अम्बाला क्लब मामला: पूर्व व वर्तमान चेयरमैन ने लगाए आरोप-प्रत्यारोप(VIDEO)

punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2020 - 11:32 AM (IST)

अम्बाला शहर(रीटा): अम्बाला क्लब के पूर्व चेयरमैन रहे डा. सन्नी सिंह आहलुवालिया ने कहा कि हेराफेरी के आरोपों की जांच से बचने के लिए अम्बाला क्लब प्रबंधन अब हम पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। साजिश के तहत हमें नोटिस पर नोटिस दिए जा रहे हैं। अम्बाला क्लब के पूर्व चेयरमैन डा. सनी सिंह आहलूवालिया ने कहा कि वह किसी भी दबाव में आने वाले नहीं हैं, जरूरत पड़ी तो प्रबंधन को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी। सन्नी सिंह आहलुवालिया व गगनजीत सिंह धमीजा रविवार को निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि प्रबंधन के खिलाफ  जांच शुरू होने के बावजूद उन्हें साजिश के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किए गए जबकि जांच के दौरान प्रबंधन को ऐसी कोई पावर नहीं कि वह किसी सदस्य को उसकी सदस्यता खारिज करने के लिए कोई नोटिस दे सके। डा. सन्नी सिंह आहलुवालिया के अनुसार उनके मुताबिक पहले तो प्रबंधन ने पूर्व कर्मचारी प्रदीप कुमार की आवाज दबाने के लिए उसके खिलाफ  छेड़छाड़ का झूठा मुकद्दमा दर्ज करवाया था।

अब पुलिस पर दबाव बनाकर उसे गिरफ्तार भी करवा दिया। हमने प्रदीप कुमार के आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की थी लेकिन इस मांग को लेकर अब प्रबंधन हमारी सदस्यता कैंसिल करने की धमकियां दे रहा है। क्लब के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि पूरे मामले को लेकर एक बार फिर डी.सी. अशोक शर्मा से मुलाकात करेंगे साथ ही जांच के दौरान प्रबंधन द्वारा भेजे जा रहे नोटिसों का भी उनके सामने जिक्र किया जाएगा। 

क्लब के सदस्य आर.पी.एस. भाटिया व जे.पी. सिंह ने कहा कि किसी के सामने पूरा मामला रखा जाएगा और साथ ही आग्रह किया जाएगा कि जांच के दौरान चेयरमैन अरविंद सिकरी, सचिव पवन चुघ, कैशियर दीपक पोपली तथा संयुक्त सचिव रविंद्र अग्रवाल के क्लब में आने पर बैन लगाया जाए। ताकि ये लोग जांच को प्रभावित न कर सके। इन सदस्यों ने कहा कि जिस तरह जांच से बचने के लिए मौजूदा प्रबंधन हरकतें कर रहा है उससे तो यह साफ  जाहिर है कि प्रदीप के आरोपों में दम है।

इसी वजह से प्रदीप ने पूरे प्रबंधन पर रसोई के सामान के साथ क्लब में आने वाली शराब में बड़े स्तर पर हेराफेरी के आरोप लगाए थे। प्रदीप का आरोप था कि उसे वेतन तो अम्बाला क्लब से दिया जाता था लेकिन काम पवन जोकि अपने होटल स्टार में करवाता था, एस.डी.एम. इस मामले की जांच कर रही है।

प्रबंधन ने भेजा 5 लाख का नोटिस : धमीजा
क्लब के सदस्य गगनजीत सिंह धमीजा का आरोप है कि प्रबंधन उसका मुंह बंद करने के लिए उस पर भी दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। उसे कारण बताओ नोटिस के साथ प्रबंधन की ओर से 2 और नोटिस दिए गए हैं। एक नोटिस में उसे 5 लाख के भुगतान के आदेश दिए गए जबकि दूसरे नोटिस में उसे दुकान पर रखे सामान को तुरंत हटाने के आदेश दिए गए। क्लब की ओर से मुझे अलॉट दुकान की नियम व शर्तों के मुताबिक भुगतान कर चुका हूं।

तत्कालीन प्रबंधन की ओर से मुझे भुगतान के जो आदेश दिए गए थे वह मैंने पूरे किए थे लेकिन मौजूदा प्रबंधन रंजिश की वजह से मुझे आधारहीन नोटिस थमा रहा है। इस मामले में हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं। मुझे चुप करवाने के लिए चेयरमैन अरविंद सिकरी व सचिव पवन चुघ हल्की हरकतों पर उतर आए हैं। हमारी दुकानों पर नजर रखने के लिए अब सी.सी.टी.वी. कैमरा भी लगवा दिया गया जबकि इससे पहले उन्हें यहां कैमरा लगवाने की कभी याद नहीं आई।


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Edited By

vinod kumar

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