अमित शाह के हरियाणा दौरे से कार्यकर्ताओं  ने कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया :अनिल विज

punjabkesari.in Saturday, Jun 29, 2024 - 04:54 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी):  हरियाणा पर कम पानी देने का आऱोप लगाने वाली दिल्ली सरकार को प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर से आइना दिखाने का काम किया है। मानसून की पहली बारिश में दिल्ली के डूबने पर जहां विज ने उन्हें पानी बचाने के तरीके बताए। वहीं, उन्होंने इशारों की इशारों में पंजाब से हरियाणा के हक का एसवाईएल का पानी दिलाने की भी मांग कर डाली। अनिल विज ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हरियाणा दौरे से कार्यकर्ताओं में शक्ति का संचार होने और हरियाणा से कांग्रेस को उखाड़ फेकने का भी दावा किया।

कम पानी देने का राग अलाप रही दिल्ली को नसीहत देते हुए हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने सवाल करते हुए कहा कि दिल्ली की मंत्री आतिशी ये बताए कि कल बारिश आने पर पूरी दिल्ली क्यों डूब गई ?  उन्होंने सवाल किया कि क्या दिल्ली के नाले भी हरियाणा जाकर साफ करेगा, उनकी नहरें भी क्या हरियाणा साफ करेगा। उन्होंने 10 साल के शासन में दिल्ली को पानी मुहैया कराने के लिए क्या किया ? क्या केवल हमेशा दूसरों पर ही निर्भऱ रहेंगे ? आज तक दिल्ली की जनता के लिए कोई प्रबंधन क्यों नहीं किया ? इतनी बारिश हुई रेन हॉवेस्टिंग का प्रबंध करना चाहिए था, जिससे बारिश का पानी इकट्ठा हो सके।

विज ने कहा कि ये दिल्ली सरकार का नया तंत्र है कि खुद कुछ ना करो और जब बात आए तो उसे हरियाणा पर डाल दो। पहले तो ये पंजाब पर भी अपनी बात डालते थे, लेकिन अब वहां अपनी सरकार है। इसलिए कुछ नहीं कहते। विज ने कहा कि दिल्ली अपने पानी की तो बात करता है, लेकिन पंजाब से हमारा पानी लेने के जायज हक के बावजूद हमें हमारा पूरा पानी क्यों नहीं मिल रहा, जबकि हम दिल्ली को उसके हक का पूरा पानी दे रहे हैं। उन्होंने केजरीवाल से सवाल किया कि पंजाब ने हरियाणा का पानी क्यों रोका हुआ है। पानी के अभाव में हरियाणा के खेत और जनता दोनों प्यासे हैं। विज ने पंजाब से अपने हक का पानी देने को कहा।

हुड्डा को चुनाव के बाद पता चलेगा
लोकसभा चुनाव के बाद उत्साहित कांग्रेस को लेकर अनिल विज ने कहा कि सपने लेना और दिखाना दोनों असलियत से बहुत दूर है। यदि सपने सच हो जाए तो दुनिया का सारा रंग, रूप ही बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि हुड्डा को तो चुनाव के बाद पता चलेगा, क्योंकि 10 साल तक जनता ने उनका राज देखा है। कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला करते हुए विज ने कहा कि इतनी बड़ी नेशनल पार्टी, जिसने 70 साल तक देश पर एकछत्र राज किया, उनकी लोकसभा चुनाव में मुश्किल से 90 सीटें आई, जबकि हमारी 240 सीट आई है। लोकसभा में क्यों नहीं कोई चमत्कार कर पाए। विज ने कहा कि अब कांग्रेस को कोई पूछने वाला नहीं है। 

एजेंसियां पहली बार आजादी से काम कर रही
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज होने पर बीजेपी पर लगे प्रतिशोध के आरोपों पर विज ने कहा कि आजाद भारत में ये एजेंसियां पहली बार स्वतंत्रता के साथ काम कर रही हैं। पहली बार ऐसा हो रहा है और कंपनियों को काम करने देना चाहिए। विज ने कहा कि इन्हें कोर्ट में मौका मिलता है। कोर्ट इनकी बात भी सुनता है। ये लोग पुलिस, सीबीआई, ईडी और एजेंसियों पर आरोप लगात सकते हैं, लेकिन कोर्ट पर कोई इल्जाम नहीं लगा सकते। इनके साथियों को पिछले डेढ़-डेढ़ साल से जमानत नहीं मिली। कोर्ट को कुछ तो नजर आता होगा। इसलिए कोर्ट का कुछ तो सम्मान करना चाहिए।

केवल घोषणा का इंतजार
हरियाणा के विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार है। लोकसभा में हारी हुई 5 सीटों में रही कमियों का अवलोकन हो चुका है। कार्यकर्ताओं ने भी उससे सीख ले ली है। अब बीजेपी के कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार हैं। केवल चुनाव की घोषणा का इंतजार है।

हरियणा से कांग्रेस को उखाड़ फेकेंगे 
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हरियाणा दौरे से पड़ने वाले असर के सवाल पर अनिल विज ने कहा कि शाह शक्ति के स्त्रोत है। वह जहां जाते, कार्यकर्ताओं में शक्ति का संचार हो जाता है। अब चुनाव आ रहे हैं। इसलिए पूरी ताकत व जोश के साथ कार्यकर्ता ठीक रास्ते पर लड़े, इसके लिए उनका मार्ग दर्शन जरूरी है। शाह आज की राजनीति के चाणक्य है, उनसे बेहतर कोई नहीं जानता कि किस प्रकार से किस युद्ध को लड़ना है। चुनाव को युद्ध की संज्ञा देते हुए विज ने कहा कि सेनाएं तैयार खड़ी हैं। युद्ध में जाना है, उसके लिए उनका मार्ग दर्शन मिलेगा। हम हरियाणा से कांग्रेस को पूरी तरह से उखाड़ फेकेंगे। विज ने कहा कि उनका पूरे हरियाणा के कार्यकर्ताओं, नेताओं और जनता से मिलना होता रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता ने तय कर रखा है कि किसे सत्ता में बैठाना है, क्योंकि लोगों ने हुड्डा के 10 साल के शासन को देख रखा है। अब तो केवल तुलनात्मक अध्य्यन है।

 


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Content Writer

Isha

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