वेंटिलेटर न मिलने से हुई थी मासूम की मौत, अब PGI ने बताई सच्चाई...जानिए क्या है मामला

punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 04:38 PM (IST)

रोहतक (दीपक):  सोनीपत में नहाते वक्त 1 साल की प्रियनसिता टैब में डूब गई थी जिसके बाद परिजनों ने तुरंत प्रभाव से बच्ची को सिविल हॉस्पिटल सोनीपत में एडमिट करवाया। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले खानपुर और बाद में रोहतक पीजीआई में रेफर कर दिया।  बताया जा रहा है कि  बच्चे को वेंटिलेटर की सख्त जरूरत थी, लेकिन रोहतक पीजीआई में भी 8 घंटे तक बच्ची को वेंटिलेटर नहीं मिला। इस वजह से बच्ची ने दम तोड़ दिया और पीजीआई प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े हो गए। 

वहीं इस मामले में अब पीजीआई की तरफ से सफाई दी गई है पीजीआई के निदेशक डॉक्टर सुरेश सिंघल ने बताया कि बच्ची की हालत काफी गंभीर थी और बच्ची की धड़कनें बार-बार रुक रही थी। यही नहीं बच्ची के दिमाग में भी काम करना बंद कर दिया था। ऐसी गंभीर हालत में सिविल हॉस्पिटल सोनीपत के डॉक्टर को बच्ची को रेफर ही नहीं करना चाहिए था।

पीजीआई के निदेशक सुरेश सिंघल ने कहा कि इसको लेकर डीजी हेल्थ को शिकायत भेजी जाएगी आखिरी लापरवाही क्यों हुई। वहीं उन्होंने बताया कि बच्ची रोहतक पीजीआई में रेफर की गई और वेंटीलेटर का इंतजाम करने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई बार बच्ची की धड़कनें रुक गई थी और उसे कृत्रिम सांस दी जा रही थी लेकिन बच्ची को बचा नहीं सके इसमें सबसे ज्यादा लापरवाही सोनीपत के सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की रही है जिसकी शिकायत डीजी हेल्थ को की जाएगी।


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Content Writer

Isha

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