Delhi Blast : बड़ा खुलासा! रॉकेट और ड्रोन से हवाई हमले की थी साजिश, Terrorist Umar का एक और साथी गिरफ्तार
punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 11:39 AM (IST)
डेस्क: लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम जासिर बिलाल वानी है, जो कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड का रहने वाला है। एनआईए के मुताबिक, वानी ने आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर नबी के साथ मिलकर हमले की साजिश रची थी। वह ड्रोन को मॉडिफाई कर आतंकी हमलों के लिए तकनीकी मदद दे रहा था और रॉकेट बनाने की कोशिश कर रहा था। एनआईए ने बताया कि वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया।
उमर नबी पुलवामा का रहने वाला 28 साल का डॉक्टर था, जिसने विस्फोटक से भरी कार चलाई थी। एनआईए ने एने इससे पहले रविवार को एक और आरोपी आमिर राशिद अली को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। अली के नाम पर ही वह आई 20 कार रजिस्टर्ड थी, जिसमें ब्लास्ट हुआ। अली ने नबी को दिल्ली में सुरक्षित ठिकाना और लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया था। कोर्ट ने अली को 10 दिन की एनआईए कस्टडी में भेज दिया है। जांच में सामने आया है कि ब्लास्ट में इस्तेमाल की गई कार को 'व्हीकल-बोर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (वीबीआईईडी) के रूप में इस्तेमाल किया गया।
एनआईए के मुताबिक, वानी को उमर नबी ने कई महीनों तक ब्रेनवॉश किया था ताकि वह आत्मघाती हमलावर बन सके। अक्टूबर 2022 में वह कुलगाम की एक मस्जिद में 'डॉक्टर मॉड्यूल' से मिला था, जहां से उसे फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के किराए के मकान में ले जाया गया। हालांकि अप्रैल 2023 में उसने आत्मघाती हमले से इनकार कर दिया। उसने कहा कि उसकी आर्थिक स्थिति खराब है और इस्लाम में आत्महत्या हराम है। एनआईए ने बताया कि यह हमला देश की एकता और संप्रभुता को खतरे में डालने की साजिश थी। एजेंसी ने कहा कि ब्लास्ट की टाइमिंग और तीव्रता जानबूझकर डर फैलाने के लिए तय की गई थी। इस मामले में अब तक जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।
फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन को भी पुलिस ने समन भेजा है। यूनिवर्सिटी पर फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी के दो केस दर्ज हैं। एनआईए इस यूनिवर्सिटी के आतंकी मॉड्यूल से संबंधों की भी जांच कर रही है। अलफलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर जव्वाद अहमद सिद्दीकी पर यूनिवर्सिटी के लिए अवैध रूप से जमीन कब्जाने का आरोप लगा है। गांव धौज और टिकरी खेड़ा को जोड़ने वाली एक किलोमीटर लंबी 22 मीटर चौड़ी सड़क पर कब्जा कर अवैध निर्माण किया गया। चांसलर के भाई हमूद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है।