आंदोलन में एक और यौन उत्पीड़न का मामला चर्चा में, किसान नेता नहीं दे पा रहे कोई जवाब

punjabkesari.in Friday, Jun 11, 2021 - 08:33 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): 6 महीने से दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में एक और यौन उत्पीड़न का मामला सोशल मीडिया पर चर्चा में आया है। कितना सही व उचित है का खुलासा तो आने वाला वक्त ही करेगा। एक बार फिर किसान आंदोलन दागदार हुआ है, और आरोप भी संगीन लगे हैं। पहले ही बंगाल पश्चिम बंगाल की युवती के साथ रेप का मामला चर्चाओं में था और अब पश्चिम बंगाल की युवती के साथ दुर्व्यवहार के मामले में जांच कर रही एसआईटी ने दावा किया है कि युवती के साथ  ट्रेन और टिकरी बॉर्डर पर तंबुओं में दुर्व्यवहार किया गया। इस मामले को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा हो या अन्य संगठन या आम किसान नेता, किसी के पास कोई जवाब नहीं था और अब दूसरे संगीन मामले के चर्चा में आने पर कई सवाल खड़े होना स्वाभाविक है।



दरअसल, टिकरी बॉर्डर पर ही आंदोलन में शामिल अबोहर (फाजिल्का) की एक युवती ने संयुक्त किसान मोर्चा को मेल लिखकर इस मामले के बारे में अवगत कराया है। बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन में सक्रिय एक संस्था पिंड कैलिफोर्निया के 2 वालंटियर का एक युवती के साथ उत्पीड़न का यह मामला है और इसी संस्था के से जुड़े एक व्यक्ति ने पहले भी किसान मोर्चा को इसके बारे में शिकायत दी थी। यह वही संस्था है, जो किसानों का इलाज करती है। साथ ही 'फुट मसाज मशीनों' के लिए यह संस्था काफी चर्चित हुई थी।  



पीड़ित युवती पंजाब के अबोहर की रहने वाली बताई जा रही है। वह आंदोलन में पहले सिंधु बॉर्डर पर किसी संगठन से जुड़ी थी और बाद में वह टिकरी बॉर्डर पर आ गई। टिकरी बॉर्डर पर 'यूपी 5 रिवर हार्ट एसोसिएशन' नाम की संस्था से जुड़ी और कुछ दिन तक यहां आंदोलन में सक्रिय रही और अचानक आंदोलन छोड़कर चली गई। आंदोलन छोड़ने के बाद ही युवती ने अपने  इंस्टाग्राम अकाउंट से बारी-बारी से पोस्ट लिखी जिनमें खुद के साथ दो युवकों द्वारा दुर्व्यवहार की बात लिखी।



युवती  की ओर से की गई सोशल मीडिया पोस्ट के बाद किसान आंदोलन के धरने पर भी सनसनी फैली और सोशल मीडिया में भी पोस्ट वायरल हो गई। इस मामले मे युवती अब तक ना तो पुलिस को कोई शिकायत देने पहुंची है ना मेल या किसी दूसरे माध्यम से उसने पुलिस को शिकायत दी है। पीड़िता की ओर से अभी सोशल मीडिया पर ही आरोप लगाए गए हैं। उधर, किसान मोर्चा इस मामले के बाद सकते में है और किसान नेताओं से जवाब देते नहीं बन रहे। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े पदाधिकारिओं का कहना है कि अभी तक उनको कोई शिकायत नहीं मिली है। लेकिन फिर भी वह अपने लेवल पर जांच करवा रहे हैं। 

इस मामले की सच्चाई जो भी हो लेकिन युवती ने आरोप लगाया है तो कुछ तो बात जरूर हुई है। पश्चिम बंगाल की युवती मामले में पहले आंदोलन को बदनाम करने की साजिश का आरोप आंदोलन से जुड़े लोगों द्वारा लगाया गया था लेकिन अब एसआईटी ने मामले में दूध का दूध पानी का पानी कर दिया है। पश्चिम बंगाल मामले में मुख्य आरोपी अनिल मलिक ने स्वयं स्वीकार किया है उसने और अनूप चानौत ने युवती के साथ पहले ट्रेन में और फिर बाद में टिकरी बॉर्डर पर बने पक्के टेंट में बलात्कार किया, इसलिए अब किसान आंदोलनकारी चुप्पी साधे हुए हैं।

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Content Writer

Shivam

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