किसान आंदोलन को समर्थन देने ढांसा बॉडर पहुंचे अशोक तंवर, दुष्यंत को दी कुर्सी छोड़ने की सलाह
punjabkesari.in Tuesday, Jan 05, 2021 - 12:32 PM (IST)
झज्जर(प्रवीण): कृषि अध्यादेशों को रद्द कराने के लिए यहां झज्जर-ढांसा बॉर्डर स्थित दिल्ली सीमा पर डटे हरियाणा के किसानों के बीच कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रह चुके डा.अशोक तंवर भी पहुंचे है। यहां उन्होंने किसानों के इस आंदोलन में चौबीसों घंटे किसानों का साथ देने का वायदा किया। किसानों के बीच अपने भाषण में डा.अशोक तंवर ने प्रदेश व केन्द्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को अब सरकार खालिस्तानी की संज्ञा दे रही है। लेकिन अब उन्हें यह भी उम्मीद हो चली है कि जो लोग किसानों को खालिस्तानी बता रहे है वह उन्हें आने वाले समय में पाकिस्तानी भी नजर आ सकते है।
इस दौरान उन्होंने मंच से हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यन्त चौटाला को कुर्सी का मोह त्यागकर किसानों के बीच आने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि चुनावों में उन्होंने दुष्यन्त चौटाला का साथ इसलिए दिया था क्योंकि वह अपने चाचा से परेशान था। तंवर का इशारा अभय की तरफ था। इसी के चलते तंवर ने दुष्यन्त को कुर्सी छोड़कर किसानों के बीच आकर संघर्ष में साथ देने की सलाह दी।
इस दौरान मीडिया के रूबरू हुए तंवर ने कहा कि किसानों का यह आंदोलन जन आंदोलन नहीं बल्कि देश व महाआंदोलन है। उन्होंने कहा कि यह देश को बचाने की लड़ाई है। जो लोग बड़ी-बड़ी पूंजीपति ताकतों के साथ मिलकर देश को लूटने का काम कर रहे है,उनके खिलाफ बहुत कुछ होना बाकि है। कुछ तो लोग समझ चुके है और जो नहीं समझे है उन्हें समझाना बाकि है। लेकिन उन्हेें उम्मीद है कि आने वाले समय में देश को बचाने के लिए बहुत कुछ होगा। उन्होंने कहा कि विकल्प हमेशा आंदोलनों से ही तैयार होते है। जिसका समय अब आ गया है
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