मोहन भागवत व खट्टर पर भाजपा MLA की विवादित टिप्पणी का AUDIO वायरल, अंदरखाने कार्रवाई की मांग तेज
punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 08:48 PM (IST)
कैथल(जयपाल रसूलपुर): भाजपा विधायक लीला राम एक बार फिर से बड़े विवाद में फंस गए हैं। हालही में एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई है, जिसमें वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हुए सुनाई दे रहे हैं। यह ऑडियो वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले भी विधायक लीला राम अपने विवादित बयानों और आपत्तिजनक टिप्पणियों के चलते सुर्खियों में रहे हैं, लेकिन इस बार की घटना ने उनकी मुश्किलें और भी बढ़ा दी हैं।
आरएसएस, जो कि भाजपा की विचारधारा का प्रमुख आधार है, उसके प्रमुख के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करना, चुनावी दौर में पार्टी के लिए भी एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। वायरल हो रही इस ऑडियो क्लिप ने कैथल में ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है।
'पार्टी नेतृत्व से कड़ी कार्रवाई की मांग'
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और विधायक लीला राम से इसका स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है। हालांकि, विधायक ने अभी तक इस मामले पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, जिससे अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है। यह देखना होगा कि चुनावी माहौल में भाजपा इस मामले को कैसे संभालती है। साथ ही विधायक लीला राम का राजनीतिक भविष्य इस विवाद के बाद क्या मोड़ लेता है। फिलहाल, यह मामला भाजपा और आरएसएस के बीच एक संवेदनशील मुद्दा बन चुका है, जिसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है।
ऑडियो की शुरुआत इस प्रकार है
सबसे बड़ी बात जो यह संघ वाले हैं "जितने यह दोस्त हैं उतने ही बड़े दुश्मन है, और वह जो बड़ा फोदड सा है बड़ा मेरे यार ' मोहन भागवत' कहता है समीक्षा होनी चाहिए संविधान की, तनने टिंडे लेने है, फरी फंड के रोट पाढ़ने है तन्ने पाड़े जा पड़ा रो. ये न्यू सोच्चे देश म्हारे ते चल रहा है"
"मैं बड़ी बात नहीं कहता मेरी अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात हो जाती है तो लड़ाई हो जाती, मैंने उसको भाषण में भी कह दिया अखबार के माध्यम से भी कह दिया और आमने-सामने भी कह दिया कि यह क्या पोर्टल पोर्टल लगा रखी है, राजनीति में यह चलने वाली बात नहीं है, इसको ऐच्छिक रखो।"
मुझे डिजिटल लेनदेन की ज्यादा नॉलेज नहीं है। पर मैं लोगों से सुनता हूं मैं तो लेनदेन डिजिटल करता नहीं हूं और ना ही मुझे इसकी नॉलेज है। मैं तो लोगों से सुनता हूं कि पूरे विश्व में भारत में सबसे ज्यादा डिजिटल लेनदेन हो रहा है। नौकरियों में फैमिली आईडी, प्रॉपर्टी आईडी एनडीसीपी, नोड्यूज सर्टिफिकेट, फलाने ढिकड़े इनको ईजी करो, शहर के लोग जनता दुखी कर दी इन्होंने।
अगर आपने बुढ़ापा पेंशन बनवानी है मैं तो जोर लगा लूं बनवा नहीं सकता परंतु पिछले दरवाजे से ₹3000 दो आपकी पेंशन बन जाएगी। आपकी प्रॉपर्टी आईडी है कुछ अड़चन आ गई उसमें मैं जोर लगा लूंगा एमएलए होकर भी पर ठीक नहीं कर पाऊंगा। कोई ₹5000 देकर आयुष्मान कार्ड बनवा लो, कहां गई टर्म और कंडीशन।
नोट: पंजाब केसरी इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता