बरोदा उपचुनाव : आज बंद होगा प्रचार और नेता दस्तक देंगे ‘घर-द्वार’

punjabkesari.in Sunday, Nov 01, 2020 - 09:43 AM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : बरोदा विधानसभा उप-चुनाव को लेकर पिछले एक पखवाड़े से सियासी शह-मात का खेल जोरों पर है और इस उप-चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के बड़े चेहरों से लेकर उम्मीदवार एवं स्टार प्रचारकों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। रविवार सायं चुनाव प्रचार बंद होने के साथ ही जहां चुनावी सभाओं का शोर थम जाएगा, तो वहीं सभी बड़े नेता व उम्मीदवार मतदाताओं से उनके घर पर जाकर संपर्क साधेंगे। मतदान से पहले के ये कुछ घंटे हर चुनाव में अहम माने जाते हैं। यह वो समय है जब चुनाव जीतने के लिए सभी दल अपने-अपने लिहाज से मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए हर सियासी तरीका अपनाते हैं और रूठों को मनाने का प्रयास भी इन्हीं अंतिम क्षणों में जोर पकड़ता है। 

यह उप-चुनाव मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न माना जा रहा है। जींद उप-चुनाव के बाद सत्ताधारी भाजपा के लिए बरोदा उप-चुनाव किसी बड़ी परीक्षा से कम नहीं है। अब चूंकि रविवार को प्रचार अभियान थम जाएगा तो अब सभी दलों के बड़े नेताओं सहित तमाम कार्यकत्र्ता मतदान से कुछ घंटे पहले मतदाताओं के घर-द्वार पर दस्तक देंगे।

इस उप-चुनाव को लेकर सत्ताधारी भाजपा-जजपा गठबंधन के अलावा कांग्रेस व इनैलो के दिग्गजों ने पूरा जोर लगाया हुआ है। स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित सरकार के अधिकांश मंत्री बरोदा में हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा सहित पार्टी के बड़े चेहरे बरोदा में डेरा डाले हुए हैं। इनैलो की ओर से इनैलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला व पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला भी जोर लगाए हुए हैं। 

गोहाना बना रहा चुनावी राजधानी
बरोदा प्रदेश का ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में 54 गांव हैं और कोई भी शहर या कस्बा नहीं है। ऐसे में सभी प्रमुख दलों के कार्यालय साथ लगते उपमंडल गोहाना में हैं और सभी दलों की चुनावी गतिविधियां भी गोहाना से ही संचालित होती रहीं। यहां तक कि सभी दलों के बड़े नेताओं द्वारा की जाने वाली पत्रकार वार्ताएं भी गोहाना स्थित कार्यालयों में ही की गईं और बाहर से आने वाले तमाम बड़े व छोटे नेता गोहाना व आस-पास के शहरी क्षेत्रों में ही डेरा डाले रहे, मगर अब चुनाव प्रचार बंद होने के साथ ही विभिन्न दलों के बाहरी इलाकों से आए नेता व कार्यकत्र्ता वापस लौटना शुरू हो जाएंगे।

इस उप-चुनाव के चलते पिछले एक पखवाड़े में गोहाना में इन दिनों इस कद्र रौनक रही कि बड़ी-बड़ी लग्जरी गाडिय़ां गोहाना में नजर आई और यहां के तमाम होटलों से लेकर रिजोर्ट, पैलेस व गैस्ट हाऊस तक विभिन्न पार्टियों द्वारा अपने नेताओं व कार्यकत्र्ताओं के ठहरने हेतु पिछले काफी दिनों से बुक रहे, मगर अब ये गैस्ट हाऊस, होटल व रिजोर्ट आज से खाली होना शुरू हो जाएंगे। इस प्रकार प्रदेश का यह उपमंडल उप-चुनाव के चलते एक तरह से चुनावी राजधानी बना रहा।

बम्पर वोटिंग के आसार
बरोदा विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,78,250 वोटर्स हैं। इनमें 97,819 पुरुष एवं 80,431 महिला मतदाता हैं। कुल 223 मतदान केंद्र हैं और सभी मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में हैं। बरोदा विधानसभा क्षेत्र में करीब 54 गांव हैं। शहरी क्षेत्र न होने और गांव की संख्या सीमित होने से सभी सियासी दलों के बड़े चेहरों सहित उम्मीदवार एवं अन्य स्टार प्रचारक कई-कई बार बरोदा के गांवों में दस्तक दे चुके हैं।

चूंकि इस उप-चुनाव में सभी दलों व दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है और सभी ने अपनी इस प्रतिष्ठा को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है, ऐसे में इस उप-चुनाव में 3 नवम्बर को बम्पर वोटिंग के आसार माने जा रहे हैं। बरोदा विधानसभा के अक्तूबर 2019 में हुए चुनाव में 68.99 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि 2014 के आम विधानसभा चुनाव में 73.92 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2005 व 2009 के विधानसभा चुनावों में करीब 72 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार पिछले चुनावों की तुलना में बम्पर वोटिंग होने का अनुमान है और सियासी पर्यवेक्षकों के अनुसार पिछले आम चुनाव की तुलना में इस उप-चुनाव में मतदान 10 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।


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Manisha rana

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