बीजेपी और कांग्रेस चोर चोर मौसेरे भाई हैं, एक सांपनाथ है तो दूसरा नागनाथ है: अभय सिंह चौटाला

punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 05:14 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी):इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि आज गुरु पर्व जैसा पवित्र दिन है और हरियाणा की राजनीति में बड़ा धमाका होने जा रहा है। जिन्होंने चौधरी देवीलाल के साथ काम किया उनके साथ लड़ाई लड़ी आज प्रोफेसर संपत सिंह हमारे बीच मौजूद हैं और इनेलो पार्टी में शामिल होने पर उनका स्वागत करते हैं। गौरव संपत सिंह का भी स्वागत है। चौधरी देवीलाल ने प्रोफेसर संपत सिंह को वित्त मंत्री बनाया। ये उनके नवरत्नों में शामिल थे। इस दौरान राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरएस चौधरी, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव प्रकाश भारती, संगठन सचिव उमेद लोहान, इनेलो विधायक अदित्य देवीलाल, पार्टी सचिव नछत्तर सिंह मलहान मौजूद रहे।

 
अपने संबोधन में प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि वे अभय सिंह चौटाला और रामपाल माजरा का धन्यवाद करते हैं। जो मंच मुझे चौधरी देवीलाल और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने दिया आज फिर से मुझे काम करने के लिए वही मंच दिया। जो शिक्षा और अनुभव उन्होंने चौधरी देवीलाल के साथ रहते हुए हासिल किया था। जब चौधरी साहब का निधन हुआ था। उन्होंने कहा था कि पार्टी आप संभालोगे। मुझे ऐसा लगा कि वो मुझे आदेश दे रहे हैं। मेरा एक सपना है कि प्रदेश के लोग जो बीजेपी को बदलना चाहते हैं अब मेरी अपनी पार्टी इनेलो हरियाणा में भाजपा के सामने एक मजबूत विकल्प बने।
 


मेरे लिए बुरा दिन था जब मैं इनेलो छोडक़र कांग्रेस में गया था। मुझे दुख है कि मैंने इनेलो को छोड़ा और 16 साल कांग्रेस में रहा। मेरे 16 साल खराब हुए। भूपेंद्र हुड्डा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस में कई लोगों ने मुझे घर बैठाने की कोशिश की। मुझे कहीं कोई जगह नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता साल 2016 के राज्यसभा चुनाव के स्याही कांड के बारे में बोलते नहीं हैं जब इन्होंने पेन बदल कर वोट चोरी किए। अकेले उचाना में भूपेंद्र हुड्डा के आशीर्वाद प्राप्त आजाद उम्मीदवारों के रूप में 60 हजार वोट चोरी हुई है। उन लोगों ने किसने खड़ा किया।? जब आपको सीएम बनाया आपने श्रीकृष्ण हुड्डा का इस्तीफा लिया। लोकसभा की टिकट पर श्रीकृष्ण हुड्डा का हक बनता था लेकिन अपने बेटे को चुनाव लड़ा दिया।

विधान सभा चुनावों में जीतने वाले लोगों की टिकटें काट दी और जिनके पास धन बल था उनको टिकट दे दिए। कांग्रेसी नेता सिर्फ दिखावे के लिए ही एससी बीसी की बात करते हैं। जब कुमारी सैलजा के खिलाफ टिप्पणी की गई तब इन्होंने कार्रवाई करने की जगह उसे वायरल किया। कुम्हार जाति से आने वाले रामनिवास घोड़ेला का बरवाला से टिकट काट दिया। कांग्रेस के पास 37 विधायक हैं। लेकिन क्या ये कभी सडक़ पर दिखे? 4 महीने से किसानों के घर और खेत डूबे हुए हैं। कांग्रेस ने क्या किया? किसानों को खाद नहीं मिल रहा। बीजेपी की सरकार एचकेआरएन के माध्यम से युवाओं का शोषण कर रही है। कांग्रेस ने इसके खिलाफ क्या किया?  

प्रो. संपत सिंह ने बीजेपी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जहां निजीकरण आता है मतलब वहां सरकार फेल है। बीजेपी सरकार यूनिवर्सिटी को फंड नहीं दे रही बल्कि लोन दे रही है। कॉलेज बंद हो रहे हैं क्योंकि कोर्स एक जैसे हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं खराब हैं। प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज बंद कर दिया गया है। सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं नहीं हैं। हरियाणा के सबसे बुरे हालात हैं। हमारे युवाओं को विदेशों में मारा जा रहा है। उन्हें वापिस भेजा जा रहा है। प्रो. संपत सिंह ने कहा कि आज भले ही इनेलो के पास दो विधायक हैं। लेकिन मेरी तरफ से यह संकल्प है कि मैं इसे उठाने का काम करूंगा और इनेलो को बीजेपी का सबसे मजबूत विकल्प बनाऊंगा। इनेलो की सरकार बनने पर जहां सभी वर्गों के विकास के लिए नीतियां बनाएंगे वहीं सबसे ज्यादा ध्यान शिक्षा और चिकित्सा पर दिया जाएगा।

 
इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चौधरी संपत सिंह ने इनेलो में शामिल होने का जो फैसला आज लिया है। यह इनेलो के लिए यह बड़ा दिन है। इन्होंने चौधरी देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है। हम इनका आभार व्यक्त करते हैं। हमारी पार्टी में चौधरी देवीलाल और चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के बाद संपत सिंह और रामपाल माजरा ने संघर्ष किया। रामपाल माजरा प्रदेशाध्यक्ष हैं। चौधरी संपत सिंह हमारे सबसे पुराने साथी है। मेरे राजनीति में आने से पहले मंत्री और विधायक रह चुके हैं। इनको संगठन का बहुत अनुभव है। इसलिए हम चौधरी संपत सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय संरक्षक बना रहे हैं। अभय चौटाला ने यह भी खुलासा किया कि चौधरी संपत सिंह और रामपाल माजरा को इनेलो पार्टी छोड़ने के लिए अजय चौटाला ने मजबूर किया था।


राहुल गांधी की प्रैस वार्ता को लेकर कहा कि वोट चोरी करनी किसने सिखाई? पहले ये काम कांग्रेस करती थी। अब भाजपा इस काम को आगे बढ़ा रही है। जब कांग्रेस हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना में सत्ता में आई तो राहुल गांधी ने इनका उदाहरण क्यों नहीं दिया? वहां भी तो वोट चोरी हो सकती थी। वोट चोरी पर अभय चौटाला ने कहा कि हमने देखा है कि यूपी और बिहार में वोट कैसे डलते थे। एक आदमी मशीन पर खड़ा होकर ठप्पे लगा कर सारे वोट डलवाता था। तब कांग्रेस की सरकार थी। तब इनको वोट चोरी दिखाई नहीं दी।भाजपा इसलिए सत्ता में नहीं आई कि वो अच्छी पार्टी है बल्कि कांग्रेस ने बहुत बड़े बड़े स्कैम किए थे इसलिए कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई। भाजपा को सत्ता में लाने वाली कांग्रेस ही है। ये दोनों चोर चोर मौसेरे भाई हैं। एक सांपनाथ है तो दूसरा नागनाथ है।
राहुल गांधी द्वारा सेना पर दिए गए बयान कि देश के मात्र 10 प्रतिशत लोगों को कब्जा है का जवाब देते हुए कहा कि *सेना पर टिप्पणी नहीं होनी चाहिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है।*


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Isha

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