रोजगार को लेकर BJP सरकार गंभीर नहीं, 75 प्रतिशत रोजगार लागू करवाकर ही दम लेगी JJP: दिग्विजय
punjabkesari.in Saturday, Jun 07, 2025 - 05:22 PM (IST)

चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी ): जननायक जनता पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने कहा है कि जेजेपी संगठन में युवाओं की अहम भूमिका होगी और युवाओं का एक मजबूत संगठन युवा जेजेपी तैयार करेगी। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि वे प्रदेशभर में युवाओं को एकजुट करेंगे और सभी 22 जिलों में जाकर मेहनती युवाओं को जेजेपी के साथ जोड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि 15 जून से चलने वाले जेजेपी सदस्यता अभियान में नए युवाओं को जेजेपी की नीतियों से अवगत करवाया जाएगा और उन्हें जेजेपी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करवाने के लिए वे विशेष अभियान चलाएंगे। दिग्विजय चौटाला ने यह भी ऐलान किया कि सदस्यता अभियान के बाद युवा जेजेपी एक बड़ी रैली करके अपने संगठन की ताकत दिखाएगी। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार युवाओं के रोजगार को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है और जेजेपी पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला द्वारा बनवाए गए 75 प्रतिशत रोजगार कानून को लागू करवाकर ही दम लेगी।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार की नाकामी के कारण आज बेरोजगारी, खराब शिक्षा व्यवस्था, पेपर लीक, भर्तियों में खामियों के कारण प्रदेश के युवा परेशान है। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के सुरक्षित रोजगार की दिशा में गंभीर नहीं है, इसलिए आज नया रोजगार देना तो दूर की बात बल्कि रोजगार युवाओं की ही नौकरियां खतरे में है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा सामाजिक व आर्थिक आधार पर मिलने वाले बोनस अंक को रद्द करने से हरियाणा की करीब 25 हजार भर्तियों पर तलवार लटक गई है। उन्होंने कहा कि सीईटी आवेदन में फर्जीवाड़ा, खराब सरकारी पोर्टल व्यवस्था से युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है।
जेजेपी युवा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि कि भाजपा का हरियाणा कौशल रोजगार निगम के अधीन लगे कर्मचारियों को पक्की नौकरी देने का वादा भी झूठा निकला क्योंकि आज एचकेआरएन कर्मचारियों के रोजगार के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा और उन्हें नोटिस देकर हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा एचकेआरएन कर्मचारियों की जेजेपी ने वकालत की थी, तब जाकर उन्हें हाईकोर्ट से राहत मिली। उन्होंने कहा कि खराब शिक्षा व्यवस्था के कारण कॉलेजों में सीटें खाली पड़ी है और आईटीआई शिक्षण संस्थान बंद होने के करगार पर है।