सहयोग करने की बजाए तुगलकी फरमान जारी कर रही भाजपा-जजपा सरकारः अभय चौटाला

punjabkesari.in Saturday, May 02, 2020 - 05:45 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी)- इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार आमजन, किसान और मजदूर का ‘कोरोना वायरस संक्रमण’ के समय सहयोग करने की बजाए तुगलकी फरमान जारी करके मूलभूत और रोजमर्रा की चीजों पर भांति-भांति के टैक्स बढ़ाकर आम आदमी का जीना दूभर कर रही है। एक तो ‘कोरोना विषाणु’ के प्रकोप से प्रदेश की जनता में आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए त्राहि-त्राहि मची है, ऊपर से सरकार की टैक्सों की बढ़ोतरी की तानाशाही ने आमजन की कमर तोड़ दी है। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट आई है और कौडिय़ों के भाव बिक रहा है। कच्चे तेल का भाव 17 डालर प्रति बैरल  है और एक लीटर पैट्रोल 8. 20 रुपए प्रति लीटर पड़ता है और सरकार आम आदमी से पैट्रोल के 70 रुपए व डीजल के 62 रुपए से ज़्यादा वसूल कर रही है। भाजपा-जजपा की सरकार कोरोना वायरस द्वारा दिए गए जख्मों पर मरहम लगाने की बजाय नमक छिडक़ रही है।

उन्होंने ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बसों के किराए में वृद्धि करके मध्यम वर्ग की जेब पर डाका डालने का प्रयास किया है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में मज़दूरों की नौकरियां छिन जाने से वह एक-एक रोटी के लिए तरसते हैं, किराये में बढ़ोतरी करके मुंह से निवाला छीनने का काम किया है। सरकार बहाना बना रही है कि पड़ोसी प्रदेशों में बसों के किराये ज़्यादा हैं इसलिए बढ़ाने पड़े। पड़ोसी प्रदेश में तो कर्मचारियों की तनख्वाह केंद्र के समान है, वह भी बढ़ाने का प्रयास करे।

फल और सब्जियों की बिक्री में मार्केट फीस बढ़ोतरी करके किसानों व उपभोक्ताओं की जेब खाली करने का प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि फीस लगने से किसानों को फल-सब्जियों के दाम कम मिलेंगे और उपभोक्ताओं को जेब से पैसा ज़्यादा देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि फल और सब्जियां प्रदेश का ग्रामीण वर्ग ही उगाता और बेचता है, इन पर मार्केट फीस का असर भी किसान को ही झेलना होगा अर्थात् किसानों को तो इनका भाव कम मिलेगा ही उपभोक्ताओं को भी अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ौतरी पर ट्रक आदि का मालभाड़ा तो बढ़ेगा ही साथ ही हर क्षेत्र में महंगाई भी बढ़ेगी जिसकी वजह से सबसे ज्यादा आम आदमी ही पिसेगा। रही बात घरेलू गैस सिलेंडर के दाम कम करने की, जब आम आदमी रोजमर्रा की वस्तुएं ही नहीं जुटा पाएगा तो क्या पकाएगा और क्या खाएगा?

इनेलो नेता ने कहा कि सरकार ने अगर वित्तीय संकट से बाहर आना है तो पहले अपने अनावश्यक ख़र्चे कम करे, मंत्रिमंडल की निधि राशि का कोरोना पीडि़तों के लिये व्यय करे, हरियाणा सचिवालय की चौथी मंजिल पर अनावशयक अधिकारियों की फौज में कटौती करे, प्रत्येक विभाग में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का प्रयास करे और सरकार कोई व्यापारी की दुकान नहीं कि किस बात में नफा है और कहा पर नुकसान है, सरकार का काम है लोगों की भलाई के काम करना। सरकार चाहे तो शराब के दामों में बढ़ोतरी करके अपना घाटा पूरा कर सकती है क्योंकि इस बढ़ोतरी का आम आदमी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
 


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Isha

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