बोर्ड सचिव ने गलती को स्वीकारा, 25 बच्चों को बोर्ड ने किया फेल

punjabkesari.in Wednesday, Oct 21, 2020 - 08:26 AM (IST)

भिवानी : हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि शिक्षा बोर्ड को जब भी संघ द्वारा उनकी गलतियों का अहसास करवाया गया तो बोर्ड ने सुधार की बजाय संघ के स्कूलों पर तुगलकी फरमान चस्पा कर दिए गए। अब बोर्ड सचिव ने गलती के लिए न केवल खेद प्रकट किया है, साथ ही संबंधित शिक्षकों पर उपयुक्त प्रशासनिक कार्रवाई भी की है। 

कुंडू ने बताया कि उक्त प्रकरण हिसार जिले के दौलतपुर के सरकारी उच्च विद्यालय के 25 बच्चों के परिणाम से संबंधित है। यहां पर पहले तो 59 में से सब बच्चे पास दिखाए गए और अब 25 बच्चों को 4 महीने बाद फेल कर दिया गया। बच्चों पर यह वज्रपात सा ही हो गया है। ये बच्चे 11वीं में एडमिशन लेकर अपनी पढ़ाई भी शुरू कर चुके थे। कुंडू ने कहा कि वैसे भी अब तो सरकार भी दिल्ली बोर्ड से सब सरकारी स्कूलों को संबद्धित करने का मन बना ही चुकी है। हरियाणा बोर्ड का अस्तित्व ही अब तो खतरे में पड़ चुका है। अगर कुछ तर्कसंगत और उपयोगी कदम बोर्ड द्वारा पहले से ही उठाए होते तो ये नौबत नहीं आती।

कुंडू ने कहा कि पहले पास और अब 4 महीने उपरांत फेल इन 25 बच्चों का भला क्या दोष था। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इन 25 बच्चों को तत्काल घोषणा करके पास किया जाए और इन बच्चों पर यह जो अमानवीय, मानसिक आघात हुआ है उससे इन बच्चों को अतिशीघ्र निजात दिलवाई जाए। 

हरियाणा बोर्ड द्वारा 4 महीने बाद 10 विद्याॢथयों को फेल करना बोर्ड का बेहद ही ङ्क्षनदनीय है। ये विद्याॢथयों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है क्योंकि ये विद्यार्थी 11वीं कक्षा में एडमिशन लेकर आगामी पढ़ाई शुरू कर चुके थे। अब इनको फेल करना बोर्ड की कोई छोटी गलती नहीं है। भिवानी बोर्ड के चेयरमैन को इस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। हसला इसका पुरजोर विरोध करता है। अभिभावकों का विद्याॢथयों को मानसिक रूप से परेशान करना भिवानी बोर्ड के अधिकारियों की आदत बन गई है।
-भगवान दत्त, प्रदेश उपाध्यक्ष,हरियाणा लैक्चरर एसोसिएशन।
 

25 विद्याॢथयों को फेल नहीं किया है बल्कि उनका रिजल्ट रिवाईज हुआ है। इनमें से 10 विद्यार्थी फेल हुए हैं जो पहले पास थे। 10 विद्याॢथयों का नंबर कम ज्यादा हुए हैं,लेकिन ये फेल नहीं किए हैं। इस बारे में हमारे पास बोर्ड की ओर से एक लैटर आया था। जैसे ही लैटर आया हमने विद्यार्थियों को इसकी सूचना दे दी।
-चरणजीत सिंह सरदाना,प्राचार्य गवर्नमैंट सीनियर सैकेंडरी स्कूल दौलतपुर।
 


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Isha

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