किसानों की मेहनत पर फिरा पानी...चौटाला डिस्ट्रीब्यूटरी टूटी, 90 एकड़ फसलें जलमग्न

punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 10:43 AM (IST)

डेस्क: चौटाला डिस्ट्रीब्यूटरी (माइनर) में मोघों के आकार को लेकर टेल और मध्य क्षेत्र के किसानों के बीच जारी विवाद के बीच अब स्थिति और गंभीर हो गई है। वीरवार देर रात डिस्ट्रीब्यूटरी गांव चौटाला के रकबे में बुर्जी नंबर 60 के निकट टूट गई, जिससे पानी खेतों में फैल गया और करीब 80 से 90 एकड़ में खड़ी फसलें जलमग्न हो गईं।

बताया गया कि डिस्ट्रीब्यूटरी टूटने से धान, ग्वार और नरमा जैसी लगभग तैयार फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं। साथ ही कई एकड़ में फैले किन्नू के बागों में भी दो से तीन फुट तक पानी भर गया। अचानक आई इस आपदा से किसानों को भारी नुकसान हुआ है और दर्जनभर किसानों की छह माह की मेहनत पर पानी फिर गया।

 
बता दें कि कुछ दिन पूर्व चौटाला क्षेत्र के किसानों ने टेल तक पानी न पहुंचने के विरोध में 11 दिन तक धरना दिया था। किसानों की मांग पर सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी के हस्तक्षेप से सप्ताह पूर्व चौटाला डिस्ट्रीब्यूटरी के करीब 24 मोघों के साइज में फेरबदल किया गया था। इस कार्रवाई के विरोध में अब मध्य क्षेत्र के दस गांवों के किसान छह दिन से जंडवाला पुली के पास अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।

 
माइनर वीरवार रात करीब 10 बजे 80 नम्बर बुर्जी (टेल) से 20 बुर्जी पहले टूट गई। विभाग के सूत्रों इसके टूटने का कारण किनारे खड़े पेड़ की जड़ों से पानी का रिसाव बता रहे हैं। चौटाला गांव के किसान नेता दया राम उलानिया ने कहा कि विभाग ने कल सुबह 7 बजे मौजगढ़ हेड से पानी छोड़ा, जो रात 9 बजे चौटाला पहुंचा। यदि पानी 4-5 घंटे ओर पहले छोड़ा जाता तो किसान और विभाग मिल कर पेट्रोलिंग कर सकते थे और यह स्थिति टल सकती थी।

किसानों का आरोप है कि मोघों में बदलाव के बाद सिंचाई विभाग ने बिना स्थिति का सही आंकलन किए पानी छोड़ दिया, जिससे जर्जर माइनर दबाव नहीं झेल सकी। वहीं विभागीय कर्मचारी कटाव को जोड़ने में जुटे हैं।

 


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Content Writer

Isha

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