ठिठुरन ने बढ़ाए कोल्ड, डायरिया के मरीज, बच्चे अधिक हो रहे शिकार
punjabkesari.in Sunday, Jan 16, 2022 - 10:04 AM (IST)
फरीदाबाद : ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सर्दी से सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। सर्दी की चपेट में आकर मासूम कोल्ड डायरिया, सर्दी, जुकाम और खांसी का शिकार होकर जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।
डॉक्टरों के अनुसार ठंड का असर बच्चों पर ज्यादा होता है। वर्तमान समय में ओपीडी व इमरजेंसी में कोल्ड डायरिया के साथ सर्दी, जुकाम, खांसी से पीड़ित बच्चे पहुंच रहे हैं। ठंड और गलन बढऩे का ज्यादा असर पर बच्चों पर देखने को मिल रहा है। तापमान में लगातार गिरावट से गलन बढ़ गई है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही से बच्चे, बड़े, बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं। मौसम में बदलाव के कारण सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी, कोल्ड डायरिया की चपेट में बच्चे ज्यादा आ रहे हैं। इसलिए चिकित्सकों ने मां व अभिभावकों को बच्चों की अच्छे से देखरेख करने की सलाह दी है। गलन बढऩे से बच्चों के बीमार होकर सरकारी और निजी अस्पतालों में पहुंचने का सिलसिला तेज हुआ है। बच्चे मौसम में हुए बदलाव के कारण सर्दी, जुकाम, बुखार, कोल्ड डायरिया, निमोनिया की चपेट में आ रहे हैं।
महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में प्रतिदिन 20 से 25 बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। कमोवेश यही हाल निजी अस्पतालों में भी है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों को ठंड से बचाने के लिए एहतियात बेहद जरूरी है। सर्दी की वजह से बच्चे कोल्ड डायरिया, सर्दी, जुकाम, खांसी की चपेट में आ जाते हैं। मौजूदा समय में सर्दी, जुकाम से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ी है।
बच्चों के कमरे में हीटर से करें परहेज : बाल विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के कमरे में हीटर, ब्लोअर न चलाएं। इससे कमरा तो गर्म हो जाएगा, लेकिन हवा की नमी खत्म होने से सूखापन आ जाता है। इससे बच्चों की सांस की नली में सूजन आ जाती है और उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है। बच्चों का बचाव गरम कपड़ों से ही करें।
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