CM मनोहर लाल ने लोहगढ़ में बनाए जा रहे संग्रहालय के कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश

punjabkesari.in Monday, Sep 12, 2022 - 08:41 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को यमुनानगर के लोहगढ़  में बनाये जा रहे संग्रहालय तथा मार्शल आर्ट्स स्कूल के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महान बाबा बंदा सिंह बहादुर की राजधानी लोहगढ़ को ऐतिहासिक व पर्यटन की दृष्टि से विकसित करना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है।


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में लोहगढ़ फाउंडेशन ट्रस्ट की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में बाबा बंदा सिंह बहादुर के जन्म से लेकर अंतिम दौर तक संपूर्ण जीवन का सार दिखाया जाना चाहिए, ताकि युवा पीढ़ी इस गौरवशाली इतिहास को जान कर उनके जीवन से प्रेरित हो सके। उन्होंने कहा कि लोहगढ़ से आदीबद्री तक सड़क का चौड़ाकरण और सुधारीकरण किया जाए, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को आवागमन सुगम हो सके। उन्होंने कहा कि मार्शल आर्ट्स स्कूल में भारत के विभिन्न कोनों के परंपरागत मार्शल आर्ट्स जैसे गतका, थांग-ता, कलारीपयट्टू इत्यादि का प्रशिक्षण दिया जाए। इसके अलावा, योग व मलखंभ को भी शामिल किया जाए। एक व्यक्ति संपूर्ण रूप से योद्धा तब ही बनता है जब वह शारीरिक मजबूती के अलावा योग साधना में ‌भी निपुण हो। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि लोहगढ़ के साथ –साथ राज्य सरकार आदिबद्री को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर रही है। आदिबद्री में डैम, बैराज बनाया जा रहा है, इसके लिए हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ एमओयू हो चुका है। आदि बद्री का सरस्वती नदी के साथ संबंध होने के नाते यहां भी ऐतिहासिक महत्व है। इसलिए भविष्य में लोहगढ़ से लेकर आदि बद्री का क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान बनेगा। राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। 

 

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर भारत के मुगल शासकों के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले पहले सिख सैन्य प्रमुख थे, जिन्होंने सिक्खों के राज्य का विस्तार भी किया। उनका जीवन प्रेरणादायी रहा है। बैठक में पर्यटन विभाग द्वारा लोहगढ़ में बनने वाले संग्रहालय पर वॉक-थ्रू डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। इस संग्रहालय में बाबा बंदा सिंह बहादुर के जीवन के इतिहास के साथ - साथ नवीनतम तकनीकों के समावेश से आगंतुकों को एक नई दुनिया का आभास होगा। इस संग्रहालय में थ्री-डी प्रोजेक्शन, अस्त्र।-शस्त्रों , पोशाकों के प्रदर्शन के अलावा विशालकाय इंस्टॉलेशन लगाए जाएंगे। इसके अलावा, मूविंग स्ट्रक्चर भी होगा, जिससे आगंतुक वहां दिखाई जा रही कहानी के साथ-साथ यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें उस दौर में जाने का एक अलग एहसास होगा। वहीं, बहते हुए लावा की तकनीक के माध्यम से युद्ध का प्रदर्शन और अन्य घटनाओं का वर्णन किया जाएगा।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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