नई दिल्ली में तीन घंटे तक चली कांग्रेस की बैठक, खरगे व राहुल गांधी ने दिग्गज नेताओं को दिया जीत का मूलमंत्र

punjabkesari.in Monday, Aug 07, 2023 - 11:14 PM (IST)

चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस में एकजुटता कायम करने व आगामी संसदीय चुनावों के लिए पार्टी में ठोस रणनीति बनाने के साथ साथ मजबूत संगठन खड़ा करने इत्यादि मुद्दों को लेकर सोमवार को कांग्रेस नेतृत्व द्वारा हरियाणा के कांग्रेस दिग्गजों की एक अहम बैठक बुलाई गई। नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की।  जबकि राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से बैठक में राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणूगोपाल व पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया भी उपस्थित थे।

हरियाणा से जिन कांग्रेस नेताओं को बैठक में आमंत्रित किया गया उनमें पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान, पूर्व मंत्री किरण चौधरी, प्रदेश कांग्रेस के चारों कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी, रामकिशन गुर्जर, सुरेश गुप्ता व जितेंद्र भारद्वाज के अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष फूलचंद मुलाना, पूर्व अध्यक्ष धर्मपाल मलिक, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विनीत पूनिया, आशीष दुआ, चेतन चौहान व प्रदीप नरवाल सहित पार्टी के सभी विधायक मौजूद थे। इस बैठक में कांग्रे्रस की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा विदेश में होने की वजह से उपस्थित नहीं हो सकी। लगभग 3 घंटे तक चली इस अहम बैठक में कांग्रेस नेतृत्व ने यह साफ कर दिया कि पार्टी में अब गुटबाजी सहन नहीं होगी और सभी नेताओं को आपसी मतभेद भुलाकर मिलकर साथ चलना होगा। जो भी नेता पार्टी हाईकमान के निर्देशों की उल्लंघना करेगा, उस पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। खास बात ये है कि दीपक बाबरिया के हरियाणा के प्रभारी नियुक्त होने के बाद प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की यह दूसरी बैठक थी। इससे पहले बाबरिया के नेतृत्व में 24 व 25 जून को चंडीगढ़ में कांग्रेस नेताओं की बैठक आयोजित की गई थी और उस बैठक में भी दीपक बाबरिया ने कांग्रेस के सभी नेताओं से अलग अलग चर्चा करने के बाद सभी नेताओं को एकजुट होकर पार्टी हित में काम करने का मूल मंत्र दिया था।

 

मगर उस बैठक में ही कांग्रेस नेताओं की आपसी गुटबाजी न केवल खुलकर देखने को मिली थी बल्कि पार्टी नेताओं द्वारा समान्तर बैठकों का दौर शुरू किए जाने के बाद तो पार्टी में एकजुटता के दावे पूरी तरह से हवा होते नजर आए। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रदेश कांग्रे्रस अध्यक्ष उदयभान के साथ अलग से बैठकें करते दिखाई दिए तो वहीं दूसरी ओर कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला व किरण चौधरी द्वारा अलग से रैलियों व बैठकों का दौर शुरू कर दिया गया। इससे साफ हो गया कि पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया द्वारा दिया गया एकता का मूलमंत्र भी अपना असर नहीं दिखा पाया। अब सोमवार को हुर्ई बैठक में पार्टी हाईकमान द्वारा हरियाणा के नेताओं को चेतावनी के साथ कहा गया है कि अब गुटबाजी व अनुशासनहीनता किसी भी रूप में सहन नहीं होगी। अब देखना ये होगा कि पार्टी नेतृत्व की इस चेतावनी का हरियाणा के नेताओं पर कितना असर नजर आता है।

गौरतलब है कि कांग्रे्रस की ओर से आगामी लोकसभा चुनावों और इसी साल के अंत में होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर लगातार बैठकें की जा रही हैं तो वहीं हरियाणा में पार्टी नेताओं द्वारा चल रही खींचतान पर भी अंकुश लगाने की कोशिशें जारी हैं। इसी की बानगी है कि सोमवार को पार्टी हाईकमान द्वारा नई दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस के दिग्गजों की अहम बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में चुनावी चर्चाओं के साथ साथ पार्टी द्वारा जारी गाइडलाइन पर सभी को एकता के साथ काम करने की विशेष हिदायत जारी की गई। बैठक में जिस प्रकार हाईकमान विशेषतौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी व अन्य नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस नेताओं को ये कहा कि अब ‘एकला’ चलो की प्रथा से बाहर निकल कर सामूहिक रूप से एक साथ आगे बढ़ने का दौर शुरू करना होगा और एकता के माध्यम से पार्टी निश्चित तौर पर हरियाणा में मजबूती के साथ संसदीय व विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर पाएगी। राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा कि हरियाणा में अब सामूहिक नेतृत्व के साथ साथ सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होगा, तभी कांग्रेस सत्ता में आ सकती है। इस बात को प्रदेश के सभी कांग्रेस नेता गांठ बांध लें।

इसके साथ पार्टी हाईकमान द्वारा यह भी स्पष्ट कर दिया गया कि जीत के लिए अब एक जात नहीं बल्कि सबका साथ लेकर चलना होगा। इसके अलावा हाईकमान द्वारा हरियाणा के नेताओं को आपसी द्वेष व वार-पलटवार से दूर होकर सबका सम्मान करने का भी पाठ पढ़ाया गया और सभी को साफ शब्दों में ये भी समझा दिया गया कि यदि गुटबाजी भविष्य में भी जारी रही तो इसके लिए जिम्मेदार नेताओं व कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर भी किया जा सकता है। इन सबके अलावा हरियाणा के सभी नेताओं को यह बात भी समझाई गई कि न तो कांग्रेस हाईकमान की बिना अनुमति के कोई घोषणा की जाए और दूसरे दलों से कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं को टिकट की गारंटी दी जाए, क्योंकि आगामी चुनावों में योग्य व जीत सकने वाले उम्मीदवारों को ही टिकटों में प्राथमिकता दी जाएगी।

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Content Editor

Ajay Kumar Sharma

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