लाठीचार्ज में घायल किसान नत्था राम से मिले दिग्विजय, वीडियो कॉल पर दुष्यंत ने भी की बात(VIDEO)

punjabkesari.in Friday, Sep 18, 2020 - 02:33 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): कृषि विधेयकों को लेकर गुरुवार को बीजेपी की सबसे पुरानी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफ़ा देने के बाद हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी दबाव बढ़ रहा है।  प्राप्त संकेतो के अनुसार मुख्यमंत्री मनोहर लाल से  मिलने  डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला सुबह गए। चर्चा है कि कृषि अध्यादेशों पर मुख्यमंत्री से बातचीत हुई है। सूत्रों के अनुसार कृषि अध्यादेश में पर किसानों की शंकाएं दूर करने को लेकर बातचीत हुई। इसके साथ ही आगामी धान खरीद में एमएसपी सुनिश्चित करने पर चर्चा भी हुई।

दूसरी तरफ इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला गुरुवार को धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के गांव चिब्बा निवासी घायल किसान नत्था राम से मिलने उनके निवास स्थान पर पहुंचे। जैसे ही दिग्विजय सिंह नत्था राम के घर पहुंचे तो उन्हें देखकर किसान नत्था राम भी खुश हुए। इस दौरान किसान ने अपनी चोट भी दिखाई। नत्था राम ने भावुक होते हुए कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय चौटाला में वे स्वयं चौ. देवीलाल को देखते हैं। उसे विश्वास है कि उनके नेतृत्व में हरियाणा खूब तरक्की के राह पर जाएगा। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि नत्था राम जैसे बुजुर्गों के विश्वास को वे कभी टूटने नही देंगें।नथा राम से मिलकर जेजेपी नेता ने कहा कि उन्हें दुख है कि किसान आंदोलन के दौरान बुजुर्ग नत्था राम के पांव में चोट लगी। उन्होंने कहा कि उनके मन में कई दिन से नत्था राम से मिलने की इच्छा थी, इसके चलते ही वे आज मिलने पहुंचे हैं। 
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हरियाणा में बीजेपी और दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी की सरकार है। दुष्यंत चौटाला की पार्टी को किसानों का समर्थन मिलता है। ऐसे में चौटाला के लिए किसानों की मांगों की उपेक्षा करना आसान नहीं होगा। अगर दुष्यंत चौटाला कोई क़दम उठाते हैं तो हरियाणा की बीजेपी सरकार अस्थिर हो सकती है क्योंकि यह सरकार चौटाला के समर्थन से ही चल रही है।

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी ट्वीट के ज़रिए सवाल किया है, "जब पंजाब के सब दल किसान के पक्ष में हो सकते हैं तो हरियाणा बीजेपी-जेजेपी क्यों नहीं?''कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला भी इससे पहले ट्वीट किया, "दुष्यंत जी हरसिमरत कौर बादल की तरह आपको भी कम से कम उप-मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए।आपको किसानों से ज्यादा अपनी कुर्सी प्यारी है।  बादल परिवार और चौटाला परिवार में पुरानी मित्रता है। लोकसभा में कृषि विधेयकों का विरोध करते हुए सुखबीर बादल ने दुष्यंत चौटाला के परदादा चौधरी देवीलाल को भी याद किया और उन्हें महान किसान नेता बताया। कुछ दिन पहले कुरूक्षेत्र के पीपली में विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों पर लाठियां बरसाई गईं और जेजेपी ने इस कार्रवाई को लेकर बयान जारी किया है।



दुष्यंत के छोटे भाई और जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने कहा, "जेजेपी उन किसानों से माफ़ी मांगती है जिन पर लाठियां चलाई गई। जेजेपी हमेशा किसानों के साथ है, किसानों के हित पार्टी के लिए सर्वेपरि हैं। किसानों पर लाठीचार्ज की वीडियो देख हमने सबसे पहले इसकी आलोचना की क्योंकि ये ग़लत था, "हालांकि अब तक दुष्यंत चौटाला ने कृषि विधेयकों का विरोध नहीं किया है। गुरुवार को लोकसभा में इन विधेयकों को पास कर दिया गया है।हरियाणा और पंजाब के किसानों को डर है कि नया बिल किसानों को अपनी उपज खुले बाज़ार में बेचने की अनुमति देता है, वो क़रीब 20 लाख किसानों- ख़ासकर जाटों के लिए तो एक झटका है। इसके अलावा एक डर ये भी है कि एफ़सीआई राज्य की मंडियों से ख़रीद नहीं कर पाएगा, जिससे एजेंटों और आढ़तियों को क़रीब 2.5% के कमीशन का घाटा होगा।


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Isha

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