JJP डेमेज कंट्रोल संभालने पर लगे दिग्विजयसिंह चौटाला, ग्रामीणों ने गांव में जाने से रोका तो किया ये काम
punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 06:02 PM (IST)

चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी) : जेजेपी के प्रधान महसचिव दिग्विजयसिंह चौटाला लोगों व ग्रामीणों की खिलाफत का रुख देख अन्य नेताओं की तरह अपना वाहन मुड़वा वापिस नहीं भाग रहे। अपितु उनकी बातों,नाराजगियों को सुन एक एक बात का जवाब देकर, समस्या को खत्म करने में लगे है। वीरवार को दिग्विज्य चौटाला अपनी ख़ुद की खाप के गाँव सिवानी बोलान में गए थे,जहां कुछ ग्रामीणों ने उन्हें गावँ में जाने से रोका।
दिग्विजय सिंह चौटाला ने अत्यंत संयम तथा सभ्य तरीके से हर एक व्यक्ति का अलग-अलग बात का जवाब दिया । राजनीति के अंदर दिग्विजय सिंह चौटाला ने अपनी पहचान जींद के अंदर कांग्रेस के दिग्गज रणदीप सिंह सुरजेवाला के खिलाफ जींद में हुए उपचुनाव लड़कर बनाई थी। यही छाप उन्होंने लगातार बरकरार रखते हुए सोनीपत में कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव लड़े थे। इन चावन में 2024 के अंदर दिग्विजय सिंह चौटाला खुद तो कहीं से उम्मीदवार नहीं है मगर स्टार कंपनी जेपी के रूप में कई मोचन पर एक साथ कई जिम्मेदारियां संभाल रखी है।
हरियाणा के अंदर जेजेपी ने 2019 के अंदर विधानसभा चुनाव में 10 सीटें जीतकर अपना दबदबा दिखाया था। बीजेपी के द्वारा बनाई गई सरकार में जेजेपी ने अपना समर्थन दिया तथा साढे चार साल सरकार में शामिल रहे। इस दौरान हुए किसान आंदोलन में सत्ता में भागीदार होने के कारण जेजेपी को अब लोगों तथा किसानों का भाजन बनना पड़ रहा है। किसानों तथा लोगों की नाराजगी को शांत करने के लिए जेजेपी के धुरंधर दिग्विजय सिंह चौटाला ने भी मैदान में मोर्चा संभाल लिया है। उनके वाहन को रोकने वाले किसानों को उन्होंने बिना किसी शर्त के माफी मांगते हुए कहा कि हम आपके परिवार के हैं तथा आप हमारे परिवार के हो। हम आपसे दूर कहां जा सकते हैं।
दिग्विजय सिंह चौटाला जहां स्टार कंपनी होने के नाते जेजेपी के कई लोकसभा उम्मीदवारों के नामांकन पत्र भरवाने का दायित्व निभा रहे हैं वही जनता में उभरी नाराजगी को देखते हुए उनका भी सामना सार्वजनिक रूप से जनता में जाकर कर रहे हैं। जेजेपी में जिस प्रकार से पिछले दिनों भाजपा से अलग होने के बाद एक बिखराव समय कराया खासकर जेजेपी के पार्टी अध्यक्ष निशांन सिंह पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं ।इस तरह से प्रतिदिन दर्जनों लोगों के इस्तीफों की खबरें आती रहती हैं।जेजेपी संगठन को मजबूत रखना तथा अपनी पूरी टीम का मनोबल बधाई रखना जहां दुष्यंत चौटाला के लिए एक चुनौती से काम नहीं है वहीं दिग्विजय सिंह चौटाला भी एक सारथी के रूप में दुष्यंत चौटाला के साथ कंधे के साथ कंधा मिलाकर खड़े नजर आ रहे हैं।
जेजेपीके प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला डैमेज कंट्रोल करने में हर वर्ष प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सत्ता में भी जब जेपी पार्टनरशिप उन दिनों की किसानों के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर कई बार किसने की पैरवी की थी। उन्होंने कुरुक्षेत्र के अंदर हुए किसानों पर लाठी चार्ज का भी खुला विरोध किया था।