छछरौली CHC में स्वच्छता अभियान की उड़ी धज्जियां, हर जगह कूड़े का ढेर, मरीजों की बढ़ रही परेशानी
punjabkesari.in Friday, Sep 12, 2025 - 02:49 PM (IST)

डेस्कः हरियाणा सरकार स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर लगातार प्रयासरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाया जा रहा स्वच्छ भारत अभियान हो या राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की कोशिश हर स्तर पर सुधार की बात की जा रही है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
दरअसल, यमुनानगर जिले का छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस मिशन को खुली चुनौती दे रहा है। यहां की बिल्डिंग भले ही चमचमाती नजर आती हो, लेकिन अंदर बुनियादी सुविधाएं दम तोड़ती दिख रही हैं। अस्पताल के टॉयलेट्स से इतनी दुर्गंध आती है कि वहां जाना तक मुश्किल हो जाता है। टॉयलेट्स की टाइल्स तो साफ दिखती हैं, लेकिन भीतर गंदगी का आलम ऐसा है मानो महीनों से सफाई नहीं हुई हो।
अस्पताल परिसर के बाहर स्थिति भयावह
अस्पताल परिसर के बाहर भी स्थिति भयावह है। कूड़े के बड़े-बड़े ढेर पॉलीथीन में जमे हुए हैं, जो साफ संकेत देते हैं कि यहां कई महीनों से कूड़ा उठान तक नहीं हुआ है। हैरानी की बात है कि जिम्मेदार अधिकारियों को इन समस्याओं की भनक तक नहीं, या कहें कि लापरवाही इतनी हावी है कि कोई कार्रवाई ही नहीं हो रही। मरीजों की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं होतीं। अस्पताल की लैबोरेटरी में केवल सामान्य ब्लड टेस्ट ही हो पा रहे हैं, क्योंकि महत्वपूर्ण जांचों के लिए जरूरी केमिकल पिछले 6 महीने से उपलब्ध नहीं है। लैब के कर्मचारी अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन नतीजा सिफर।
दो दिन से नहीं हुआ ब्लड टेस्टः बुजुर्ग मरीज
एक बुजुर्ग मरीज ने बताया, “मैं दो दिन से ब्लड टेस्ट कराने आ रहा हूं, लेकिन सैंपल ही नहीं लिया जा रहा।” लैब कर्मचारियों के मुताबिक, स्टाफ की भी भारी कमी है और रोजाना 5-6 मरीजों को बिना टेस्ट के ही लौटाया जा रहा है। इससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।