हरियाणा CMO में विभागों का बंटवारा, राजेश खुल्लर सबसे पावरफुल, जानें किस अधिकारी को मिली कौन-सी जिम्मेदारी
punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 07:45 AM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा के मुख्यमंत्री दफ्तर में कामकाज के बंटवारे की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिसमें राजेश खुल्लर को सबसे महत्वपूर्ण और पावरफुल पद पर रखा गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी के कार्यालय के नए बंटवारे के तहत विभिन्न विभागों और जिम्मेदारियों को सीएमओ के अधिकारियों के बीच बांटा गया है।
आपको बता दें कि राजेश खुल्लर को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है और वो मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी के तौर पर सबसे प्रभावी भूमिका में रहेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय के अन्य उच्च पदों पर भी अधिकारियों को जिम्मेदारियां दी गई हैं, ताकि सरकारी कामकाजी प्रक्रिया को बेहतर तरीके से चलाया जा सके। खुल्लर सैनी पार्ट 1 में व उससे पहले मनोहर पार्ट 2 में भी इसी पद पर थे। मनोहरलाल के लिए चाणक्य की भूमिका में नजर आने वाले राजेश खुल्लर नए मुख्यमंत्री नायब सैनी के लिए भी 13 मार्च 2024 के बाद से चाणक्य की भूमिका में रहे। चोटी के अधिकारी राजेश खुल्लर के पास ही अतीत की भांति रहेगा। खुल्लर मनोहर पार्ट दो व व नायब मंत्री मंडल में चीफ प्रिंसिपल सैक्ट्री जैसे शीर्ष पदों पर कार्यरत हैं। नायब सैनी के लिए चाणक्य की भूमिका निभाते राजेश खुल्लर के रणनीति कौशल से हरियाणा में हैट्रिक लगी है। चुनावों में भाजपा को जीत का गुरुमंत्र देने वाले राजेश खुल्लर हरियाणा के हर राजैतिक दल का टेंपरामेंट बेखूबी जानते हैं।
मिशन 2024 में भाजपा की अकेले अपने दम पर वापसी की कुशल राजनीति जो भले ही दिल्ली भाजपा आलाकमान के माध्यम से जनता में आई। मगर उस कुशल राजनीति की रिसर्च व उनके परिणामों को सार्थकता प्रदान करने में राजेश खुल्लर की अहम भूमिका रही। हरियाणा के अंदर वर्ष 2024 चुनावी वर्ष रहा। विधानसभा के चुनाव से पहले लोकसभा के चुनाव हुए। चुनावी वर्ष देखते हुए जिस प्रकार से मुख्य प्रधान सचिव पद पर सेवानिवृत्त राजेश खुल्लर की नियुक्ति पूर्व मनोहरलाल सरकार में हुई। उससे स्पष्ट लग रहा था कि राजेश खुल्लर को चाणक्य की भूमिका निभानी पड़ेगी। राजेश हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अत्यंत करीबी व निकटतम आईएएस अधिकारियों में से एक अधिकारी रहे। राजेश खुल्लर ने 1984 में पंजाब विश्वविद्यालय से फिजिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की थी।
राजेश खुल्लर अमेरिका विश्व बैंक से वापसी के बाद हरियाणा शिक्षा विभाग तथा हरियाणा लोक संपर्क विभाग के एससीएस के अलावा एफसीआर भी रहे। खुल्लर का सितंबर 2020 में तीन साल की अवधि के लिए विश्व बैंक के वाशिंगटन डीसी कार्यालय में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्ति का शानदार करियर रहा। खुल्लर हरियाणा और केंद्र सरकार में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह केंद्रीय वित्त मंत्रालय में भी कार्य कर चुके हैं। राजेश खुल्लर गुरुग्राम और फरीदाबाद के मुंसिपल कमिश्नर भी रह चुके हैं और इसके साथ ही रोहतक और सोनीपत के डिप्टी कमिश्नर भी रह चुके हैं। इससे पहले उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव के रूप में लगभग पांच वर्ष तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के चलते वह केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। हरियाणा में सत्ता व विपक्ष के अधिकांश विधायक यह मानते हैं कि राजेश खुल्लर में यह खूबी है कि वह किसी को निराश नहीं भेजते हैं। राजेश खुल्लर अपनी वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार कर्तव्य परायणता से अपने दायित्व का निर्वाह करते रहे हैं। यहां बता दें कि इस बंटवारे के तहत विभिन्न अधिकारियों को अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है:
सीपीएस (केंद्रीय सरकारी कार्यों के सचिव) के पास 21 विभाग होंगे।
अरूण गुप्ता, पीएस (प्रधान सचिव) को 9 विभाग सौंपे गए हैं।
साकेत कुमार, एपीएस (एडिशनल प्रधान सचिव) को 8 विभाग मिलेंगे।
IAS यशपाल, डीपीएस (डिप्टी प्रधान सचिव) के पास 7 विभाग होंगे।
OSD (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) सुधांशु गौतम के पास 6 विभाग रहेंगे।
दरअसल इस नए बंटवारे का उद्देश्य सरकारी कामकाजी प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाना है।
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