दुष्यंत चौटाला ने गृहजिले में सक्रियता बढ़ा कर सियासी चर्चाओं को दिया जन्म

punjabkesari.in Friday, May 22, 2020 - 10:46 PM (IST)

सिरसा (संजय अरोड़ा): बेशक लॉकडाऊउन के चलते लगभग सब कुछ मंद सा पड़ा है। मगर प्रदेश की राजनीति में एकाएक नया ‘रूप’ देखने को मिल रहा है। इस वक्त देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री चौ. देवीलाल के परिवार की सियासत ने अपनी ही एक दिशा पकड़ी हुई है। करीब सात माह से बतौर डिप्टी सी.एम. की कमाल संभाल रहे दुष्यंत चौटाला ने एकाएक सिरसा मसलन अपने गृहजिला में सक्रियता बढ़ा कर कई तरह की सियासी चर्चाओं को जन्म दे दिया है। खास बात ये भी है कि डिप्टी सी.एम. द्वारा अधिकारियों की बैठक लेना और कई अहम निर्णयों को अमल में लाने की कवायद को सिरसा में अंजाम देने के भी राजनीतिक पर्यवेक्षक कई अर्थ निकाल रहे हैं।

भले ही दुष्यंत चौटाला के नजदीकी सूत्र उपमुख्यमंत्री के एकाएक गृह जिला में सक्रिय होने को एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा बता रहे हैं, मगर प्रदेश की सत्ता के दूसरे बड़े पद पर बैठे दुष्यंत द्वारा 7 माह बाद इस तरह सक्रिय होना कुछ न कुछ नई सियासी कहानी जरूर बयां कर रहा है। सियासी सक्रियता के साथ साथ दुष्यंत चौटाला ने आज सिरसा में यह बड़ा ऐलान भी किया कि केंद्र की छूट और आवश्यता अनुसार अन्य राज्यों में रह रहे प्रदेशवासियों के लिए शीघ्र ही हिसार से हवाई सफर को भी शुरू किया जा सकता है, जैसे पहले चंडीगढ़ से हिसार स्पाइसजेट चलते थे। 

गौरतलब है कि 27 अक्तूबर को जजपा ने भाजपा को समर्थन दिया और उचाना से निर्वाचित हुए दुष्यंत चौटाला प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बने। सिरसा चौटाला परिवार का गृह जिला है। लेकिन इस बार विधानसभा के चुनावों में जजपा यानी दुष्यंत चौटाला की पार्टी को सिरसा जिला की पांचों सीटों में से कोई भी सीट हासिल नहीं हुई थी, जबकि उनके दादा रणजीत सिंह रानियां से निर्दलीय व उनके चाचा अभय सिंह चौटाला ऐलनाबाद से इनैलो की टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए। दुष्यंत खुद उचाना से जीते और उनकी मां नैना चौटाला भी इस बार डबवाली की बजाए बाढड़ा से निर्वाचित हुईं। 

भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार बनने पर समर्थन की एवज में दुष्यंत चौटाला उप मुख्यमंत्री जैसा बड़ा पद हासिल करने में कामयाब हो गए तो उनके दादा रणजीत सिंह प्रदेश के बिजली मंत्री बने। उप मुख्यमंत्री बनने के बावजूद दुष्यंत चौटाला अपने निर्वाचन क्षेत्र उचाना के साथ साथ प्रदेश के दूसरे हिस्सों में पूरे सक्रिय नजर आए लेकिन अपने गृहजिला सिरसा में उनकी सक्रियता नाममात्र ही रही। कभी कभार दुष्यंत सिरसा आए भी तो कार्यकत्र्ताओं से मुलाकात के अलावा निजी कार्यक्रमों में ही हिस्सा लिया मगर अब जिस तरह से सात माह बाद सिरसा में इस तरह की ‘एंट्री’ से सियासी गलियारों में दिलचस्पी पैदा हो गई है।

शुक्रवार को दुष्यंत चौटाला ने न केवल अधिकारियों की बैठक ली बल्कि कोविड से संबंधित हिदायतें जारी करने के साथ साथ अपने विभागों को लेकर भी निर्देश दिए। कुल मिलाकर दुष्यंत चौटाला की गृह जिला में प्रभावी दस्तक ने भावी सियासत के नए संकेत अवश्य दे दिए हैं।

अधिकारियों को जारी किए ये निर्देश
सिरसा के लघु सचिवालय में जिला अधिकारियों के साथ हुई विशेष बैठक में डिप्टी सी.एम. दुष्यंत चौटाला ने निर्देश दिए कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि बरसात के कारण खराब हुई फसल की भरपाई की जाए ताकि किसानों को आर्थिक नुकसान न उठाना पड़े। इसी प्रकार उन्होंने किसानों के लिए राहतकारी कदमों के संदर्भ में जिक्र करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने आज यह फैसला लिया है कि बरसात के कारण खराब हुए फसल के दाने का नुकसान किसानों को नहीं होगा बल्कि इसकी भरपाई केंद्र सरकार करेगी। 

उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले राज्य सरकार ने केंद्रीय खाद्य और आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान से यह मांग की थी कि लस्टर लॉस का नुकसान किसानों से न लिया जाए, जिसके बाद आज केंद्र ने लस्टर लॉस की भरपाई खुद करने का निर्णय लिया है। दुष्यंत ने अफसरों को गेहूं उठान प्रक्रिया को तेज करने के आदेश देते हुए कहा कि अधिकारी अगले तीन दिनों में मंडियों में पांच दिन से पुराना जितना भी गेहूं पड़ा है उसका जल्दी से उठान करवाएं अन्यथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की दिशा में सरकार कदम उठाएगी।  

क्षेत्रीय उद्योगों को देंगे बढ़ावा
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उद्योगों को वापस सुचारू करने को लेकर प्रदेश सरकार निरंतर कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में कन्टेनमेंट जोन को छोडकऱ सभी उद्योगों को पूरे स्टाफ के साथ काम करने की मंजूरी दी है और करीब 33 लाख लोग काम की ओर वापस लोट रहे हैं। दुष्यंत ने बताया कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एम.एस.एम.ई) के तहत प्रदेश भर में क्षेत्रीय उद्योगों को बाढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं इसके लिए नए बनाए एम.एस.एम.ई निदेशालय द्वारा सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी गई है। 

इस बारे उन्होंने बताया कि अंबाला से साइंस, रेवाड़ी व यमुनानगर से पीतल उद्योग को बढ़ावा देने की मांग आई है और इस तरह अन्य जिलों से भी क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार वहां से रिपोर्ट मांगेगी और फिर सरकार उस उद्योगों को वहां मजबूत करने के लिए सहयोग करेगी। 

कोरोना मामले में हरियाणा को बताया अन्य राज्यों से बेहतर
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ प्रदेश सरकार गंभीरता से लड़ाई लड़ रही है और अन्य सभी राज्यों के मुकाबले हरियाणा आज बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन अनुसार राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को सावधानी के साथ लगातार रियायतें भी दे रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोडवेज बसें चलाकर परिवहन सुविधा को वापस सुचारू किया गया है और कार्यालयों में भी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। 


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Shivam

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