वीर सावरकर के जरिए बीजेपी की विचारधारा फैलाने के सुरजेवाला के बयान पर शिक्षा मंत्री का पलटवार

punjabkesari.in Saturday, May 14, 2022 - 06:32 PM (IST)

यमुनानगर(सुमित): हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर छिड़ी सियासी बयान बाजी थमने का नाम नहीं ले रही। हाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि सिलेबस में बदलाव कर बीजेपी वाले, आजादी के आंदोलन में अंग्रेजों का साथ देने का कलंक नहीं मिटा सकते। इस बयान पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने पलटवार करते हुए सुरजेवाला पर जमकर निशाना साधा।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इतिहास एक घटित हुई घटना है, ना कि कोई बयान बाजी। इतिहास इतिहास होता है और सबक देने के लिए होता है। सुरजेवाला को हर बात से दिक्कत है। उन्हे वीर सावरकर से भी दिक्कत है, जबकि उन्होंने देश के लिए बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि सुरजेवाला मुझे यह बता दे कि जब विभाजन हुआ तो समय देश में किसकी सरकार थी। किसकी सरकार ने विभाजन को स्वीकार किया था।

वीर सावरकर का बलिदान और देश के लिए उनके संघर्ष अभूतपूर्व- शिक्षा मंत्री

उन्होंने कहा कि इतिहास सच्चा होना चाहिए। इतिहास सबक सिखाने वाला होना चाहिए। यदि इतिहास में हमसे कोई गलती हुई है तो हमें कोशिश करनी चाहिए कि आने वाली पीढ़ी ऐसी गलती ना करे। सुरजेवाला से इतिहास से संबंधित  कोई बात नहीं पता है। वीर सावरकर को इतिहास में पढ़ाने को लेकर सियासत नहीं होना चाहिए। सुरजेवाला को केवल वीर सावरकर से दिक्कत है। वीर सावरकर ने कारावास में रहकर सजा काटी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वीर सावरकर के बलिदान और देश के लिए उनके संघर्ष अभूतपूर्व थे। उनकी एक अपनी विचारधारा थी।

यहां से शुरू हुआ था विवाद

हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा छठी से नौवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाई जाने वाली इतिहास की पुस्तकों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहें है। इसके तहत कक्षा 9 की इतिहास की किताबों में वीर सावरकर के चैप्टर को जोड़ा गया है। इसे लेकर विपक्ष हरियाणा सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी वाले स्कूली शिक्षा को भी सांप्रदायिक रंग में रंगना चाहते हैं। उनका कहना है कि भाजपा वाले अपनी पार्टी की विचारधारा को स्कूली बच्चों पर थोपनो चाहते है।

 

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Content Writer

Vivek Rai

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