हरियाणा में बड़े पैमाने पर बिजली चोरों को लगा विभाग का 'करंट'

punjabkesari.in Sunday, Jul 11, 2021 - 08:52 AM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा में यूं तो बिजली चोरी करने वालों पर सरकार समय समय पर शिकंजा कसती रही है मगर शुक्रवार व शनिवार को इन दो दिनों में बिजली चोरों को ऐसा करंट लगाया कि इस करंट से बिजली चोर तो कराह उठे वहीं सरकार ने इन दो दिनों में जुर्माने के रूप में रिकार्ड राजस्व हासिल किया। एक विशेष रणनीति के तहत 9 व 10 जुलाई को प्रदेश के बिजली चोरों के खिलाफ चला यह ऑपरेशन प्रदेश के राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारों में पूरी चर्चा का विषय बना हुआ है और बड़े पैमाने पर बिजली चोरी पकडऩे के लिए प्रदेश के बिजली मंत्री चौ.रणजीत सिंह की सियासी व प्रशासनिक कौशलता भी सामने आई है।

उल्लेखनीय है कि बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह की ओर से की गई पहलकदमी पर बिजली निगम की 500 टीमों ने दो दिनों में 23052 कनैक्शन चैक किए। इस दौरान बिजली चोरी के 5364 मामले सामने आए और करीब 12560 अतिरिक्त किलोवाट लोड पाया गया। 9 जुलाई को बिजली विभाग की करीब 507 टीमों ने 15,349 कनेक्शन चैक किए इस दौरान बिजली चोरी के 3273 मामले सामने आए और इन बिजली चोरों पर करीब 13.50 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया गया। इसी तरह से 10 जुलाई को बिजली निगम की 480 टीमों ने छापेमारी अभियान जारी रखा। इस दौरान 7703 कनैक्शन चैक किए गए और 2091 बिजली चोरी के केस पकड़े गए। खास बात ये है कि इन दो दिनों में बिजली चोरी करने वालों पर करीब 25 करोड़ का जुर्माना लगाया गया और हरियाणा के इतिहास में बिजली निगम में दो दिन में यह अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है।

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गौरतलब है कि हरियाणा के बहुत से हिस्से बिजली चोरी को लेकर काफी बदनाम रहे हैं। यही वजह है कि हरियाणा में बिजली का लाइन लोस 31 प्रतिशत तक पहुंच गया था। ऐसे में बिजली निगम घाटे से उभर ही नहीं रहा था। साल 2019 में जब चौधरी रणजीत सिंह बिजली मंत्री बने तो उन्होंने लाइन लोस कम करने को लेकर गंभीरता से काम करना शुरू किया। दोनों निगमों के इंजीनियर्स और अफसरों के साथ समनव्य कर एक खास रणनीति बनाई। नतीजा यह हुआ कि महज एक साल के भीतर ही हरियाणा में बिजली का लाइन लोस 31 प्रतिशत से कम होकर 17 फीसदी रह गया।  अब इसी कड़ी में बिजली चोरों पर शिकंजा कसने के लिए बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठ कर एक खास रणनीति को अंजाम दिया और इसी रणनीति के तहत 507 टीमों का गठन करके इन दो दिनों में बिजली चोरों के खिलाफ प्रदेश भर में मैराथन स्टाइल में ऑपरेशन चलाया गया।

पहले भी चला था अभियान
बिजली निगम में लगातार सुधार को लेकर कदम उठा रहे बिजली और जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने इससे पहले भी प्रभावी रणनीति दिखाते हुए अभियान चलाए। पिछले साल पानीपत थर्मल प्लांट में एक व्यापक अभियान चलाते हुए बड़े अधिकारियों द्वारा बिजली चोरी का भंडाफोड़ किया था और वे बिजली चोरी की शिकायतों को लेकर खुद थर्मल प्लांट में औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। बिजली चोरी के इस बड़े मामले को जब रणजीत सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के संज्ञान में लाया तो उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ हर कड़ा कदम उठाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। इस ऑपरेशन दौरान भी मुख्यमंत्री द्वारा कई बड़े अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।

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बिजली नेटवर्क में किया लगातार सुधार
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में 70 लाख बिजली उपभोक्ताओं को आज सुदृढ़ तरीके से बिजली की सप्लाई की जा रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरदर्शी सोच से उपजी म्हारा गांव-जगमग गावं योजना के अंतर्गत हरियाणा के 5223 गांव आज जगमग हो रहे हैं। पारदर्शी व्यवस्था और ठोस नीति के चलते बिजली का लाइन लोस लगातार कम हो रहा है। भाजपा के शासनकाल में 16,753 नए ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं और 1 लाख 29 हजार नए कनैक्शन दिए गए। 582 करोड़ रुपए की राशि खर्च करके 824 किलोमीटर लम्बी प्रसारण लाइनें जोड़ी गई हैं। उत्तम गुणवत्ता की बिजली आपूर्ति के लिए 38 नए सब स्टेशन स्थापित किए गए हैं। वितरण नेटवर्क को और मजबूत करने के लिए आगामी 5 वर्षों में 10 हजार करोड़ रुपए की एक परियोजना बनाई गई है। घरों, कालोनियों व स्कूलों के ऊपर से गुजरने वाली 2500 खतरनाक लाइनों को शिफ्ट करने की ठोस योजना शुरू की गई है। आज हरियाणा में बिजली सरप्लस है और 12 हजार मैगावाट बिजली उपलब्ध है।

किस जिले में कितनी पकड़ी गई चोरी
बिजली चोरों के खिलाफ चलाए गए दो दिवसीय विशेष ऑपरेशन के तहत सर्वाधिक बिजली चोरी के मामले गुरुग्राम में सामने आए और यहां बिजली चोरी के 538 मामले सामने आए। इसी प्रकार भिवानी की बात करें तो यहां गुरुग्राम के बाद सबसे ज्यादा 410 बिजली चोरी के केस बने। तीसरे नंबर पर हिसार रहा और यहां 394 बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा सोनीपत में 376, पलवल में 357, फरीदाबाद में 331, करनाल में 328, पानीपत में 316 बिजली चोरों के खिलाफ एक्शन लिया। इसी प्रकार झज्जर में 312 व कैथल में बिजली चोरी के 298 केस पकड़े गए। जींद में 232, फतेहाबाद में 145, नारनौल में 180, रेवाड़ी में 104, कुरुक्षेत्र में 183, यमुनानगर में 216, पंचकूला में 47 केस बिजली चोरी के सामने आए। अंबाला में 140 केस, रोहतक में 195 बिजली चोरी के मामले सामने। सिरसा में 162 बिजली चोरी के केस दर्ज हुए।

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मुख्यमंत्री के हौसले से मिली नई ऊर्जा: रणजीत सिंह
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बिजली चोरों के खिलाफ विभाग द्वारा चलाए गए इस अभियान को एक सफल ऑपरेशन की संज्ञा देते हुए कहा कि जब उन्होंने प्रदेश में हो रही बिजली चोरी को लेकर ऑपरेशन चलाए जाने बारे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से विचार विमर्श किया तो मुख्यमंत्री ने उनका यह कह कर विश्वास सुदृढ़ किया कि सुशासन, पारदर्शिता व भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए जाने वाले हर कदम पर वे उनके साथ हैं। रणजीत सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए इस हौसले के बाद वे और अधिक ऊर्जा के साथ इस रणनीति को अंजाम देने में जुट गए और 2 दिनों में रिकॉर्ड बिजली चोरी पकड़ते हुए सरकार के राजस्व में न केवल बढ़ोतरी की है बल्कि बिजली चोरों में हड़कंप भी मचा है। बिजली मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे और भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं होगा।


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Content Writer

Manisha rana

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