हरियाणा के इस शहर में भारी वाहनों की एंट्री पर Ban, यातायात एडवाइजरी हुई जारी... देखें रूट प्लान
punjabkesari.in Friday, Nov 29, 2024 - 05:31 PM (IST)
कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र में 28 नवम्बर से 15 दिसम्बर 2024 को अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को लेकर जिला पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश से लाखों पर्यटक के पहुंचते हैं। जिसको मध्यनजर रखते हुए जिला पुलिस द्वारा आमजन व आने जाने वाले पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए गीता महोत्सव में आने वाले ट्रैफिक के अतिरिक्त अन्य ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक डायवर्ट प्लान तैयार किया गया है।
जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिंगला ने बताया कि 28 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक ब्रह्मसरोवर पर लगने वाले अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में आने वाले तथा कुरुक्षेत्र शहर से होकर गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए ट्रैफिक डायवर्ट प्लान तैयार किया गया है ताकि यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा सके।
ये है ट्रैफिक डायवर्ट प्लान
- पेहवा, पटियाला की तरफ से आने वाले ट्रैफिक जिन्होंने सहारनपुर, हरिद्वार, उत्तराखंड तथा जिला यमुनानगर के क्षेत्र में जाना है पेहवा बाईपास एनएच-152 से होकर ईस्माईलाबाद बाईपास से होते हुए गांव ठोल, कुरडी, नलवी, शाहाबाद के रास्ते अपने गन्तव्य को जा सकते है।
- जिला कैथल की तरफ से आनी वाली ट्रैफिक जिन्होंने सहारनपुर, हरिद्वार या इससे आगे यूपी, इन्द्री, लाडवा, जिला यमुनानगर के क्षेत्र में जाना है तो वह ट्रैफिक पेहवा से ढाण्ड, कैथल से ढाण्ड यानि जो भी ट्रैफिक ढाण्ड आएगी। वह ट्रैफिक कुरुक्षेत्र न होकर गांव कौल के रास्ते से वाया निगदू निलोखेडी व इन्द्री के रास्ते से होते हुए अपने गन्तव्य को जा सकती है।
- पटियाला व पंजाब के एरिया से जो भी ट्रैफिक पेहवा आएगी और जिन्होंने कुरुक्षेत्र से होकर करनाल, पानीपत, सोनीपत व इसके आगे यूपी और दिल्ली इत्यादि जाना है वह ट्रैफिक पेहवा से ढाण्ड और ढाण्ड से गांव कौल के रास्ते से अपने गन्तव्य को जा सकते हैं।
- जो ट्रैफिक यमुनानगर की तरफ से लाडवा कुरुक्षेत्र के रास्ते पेहवा व पंजाब को जाती है वह ट्रैफिक वाया लाडवा, बाबैन, शाहाबाद, नलवी, ठोल व ईस्माईलाबाद से होते हुए जा सकते हैं।
- जिला यमुनानगर की तरफ से लाडवा कुरुक्षेत्र होकर ढाण्ड, कैथल व उससे आगे जाएगी वह ट्रैफिक लाडवा से इन्द्री, भादसो, नीलोखेडी के रास्ते से ढाण्ड-कैथल होते हुए अपने-अपने गन्तव्य को जा सकती है।