भाजपा के मंच पर पहुंचा हुड्डा का करीबी, खट्टर ने पूछा ये सवाल, मुस्कुराते रहे ललित नागर
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2025 - 02:03 PM (IST)
फरीदाबाद (अनिल राठी): हरियाणा में फरीदाबाद की तिगांव विधानसभा से पूर्व विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के करीबी रहे ललित नागर ने पलवल के हथीन में भाजपा नेताओं के साथ मंच सांझा कर सबको चौका दिया है। 2019 में जिस मनोहर लाल खट्टर के एक ब्यान पर कांग्रेस ने ललित नागर की टिकट काट दी थी, आज उसी मनोहर लाल के साथ वो मंच सांझा करने के लिए पहुंच गए। लेकिन ललित नागर को यहा जाने के बाद लोहे के चने चबाने पड़ गए। राजनीति में जिसकी सत्ता होती है वह नेता हो या मंत्री विपक्षी पर तंज कसने से नही चूकता। कुछ ऐसा ही ललित नागर के साथ हथीन में हो गया।
केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल ने ललित पर कसा तंज
27 जनवरी को जिला पलवल की हथीन विधानसभा में ओल्ड फरीदाबाद से 2019 में भाजपा से विधायक बने नरेन्द्र गुप्ता ने अपने पूर्वजों की याद में बनाए गए गोकुल भवन धर्मशाला उद्घाटन कराया। उद्घाटन करने के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्यअतिथि के रूप में पहुंचे। उद्घाटन करने के बाद जब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर अपना संबोधन कर रहे थे। तो उन्होंने देखा कि तिगांव विधानसभा से पूर्व विधायक ललित नागर स्टेज पर बैठे हुए है। तो उन्होंने बातों ही बातों में नागर पर तंज मारना शुरू कर दिया।
मनोहर लाल खट्टर ने ललित के मंच सांझा करने पर कहा कि ललित नागर ने भी मंच सांझा कर लिया, क्यों किया है ये पता नही है। खट्टर यहीं पर नही रूके, उन्होंने आगे ललित का हाल -चाल पूछा और फिर बोले किसी ने बुलाया या अपने आप आ गए। जिसके बाद स्टेज पर मौजूद सब जोर से हंसने लगे। खट्टर आगे बोले- अब आ ही गए हो तो कुछ सोच समझकर ही आए होंगे।
ललित ने लोहे के चने चबाए
इक समय था जब ललित नागर मंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार को खटारा सरकार कहकर पुकारा करते थे। पर कहते है ना राजनीति में कभी भी किसी का पलड़ा भारी हो सकता है। सब कुछ सुनकर भी ललित नागर चुपचाप बैठे रहे। मनोहर लाल खट्टर के तंज पर भी मुस्कुराकर सब छिपाते रहे।
कौन है ललित नागर
ललित नागर का जन्म 15 अप्रैल 1965 में तिगांव के गांव बुआपुर में हुआ। वर्ष 2005 में किसान कांग्रेस में शामिल होकर ललित नागर ने अपनी राजनीति की शुरूआत की। 2009 में कांग्रेस ने उनको तिगांव से अपना उम्मीदवार बनाया। जिसमें उनको कृष्णपाल गुर्जर के हाथ हारना पडा। 2014 में एक बार फिर से उनको कांग्रेस ने मैदान में तिगांव से उतारा। इस बार उन्होंने भाजपा के राजेश नागर को हरा दिया और विधायक बन गए। 2019 में तीसरी बार कांग्रेस ने उनको टिकट दिया,लेकिन इस बार भाजपा के उम्मीदवार राजेश नागर ने ललित नागर को हरा दिया। 2024 में कांग्रेस ने ललित नागर को झटका देते हुए उनका टिकट काट कर किसी और को दे दिया। इस बार वो आजाद उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़े, लेकिन इस बार भी उनको राजेश नागर के हाथोंं हारना पड़ा।
2019 में मनोहर लाल खट्टर के ब्यान से कटी थी ललित की लोकसभा टिकट
2019 में कांग्रेस ने ललित नागर को लोकसभा का टिकट देकर मैदान में उतार दिया। मनोहर लाल खट्टर ने पलवल के गांव मितरौल में एक ब्यान दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ललित नागर रॉबर्ट वाड्रा के लिए जमीन के दलाली करते है ,कांग्रेस ने जमीन की दलाली करने वाले को चुनाव लड़ाने के लिए भेजा है। इस ब्यान पर राजनीतिक गलीयारों में जमकर खूब बहस हुई। इसका परिणाम ये रहा कि कांग्रेस ने पर्चा दाखिल करने से एक दिन पहले ललित की टिकट काटकर पूर्व सांसद अवतार भड़ाना को टिकट दे दी।