किसान ने खड़ी फसल पर चलाया ट्रैक्टर, कहा- ये सरकार को चेताने का उदाहरण है

punjabkesari.in Wednesday, Feb 24, 2021 - 11:26 PM (IST)

पानीपत (सचिन): तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन पूरे देश में जारी है। कृषि कानूनों के विरोध में किसान लंबे समय से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार अपने फैसले से पीछे हटने को तैयार नहीं है। किसानों का कहना है कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे, वह भी पीछे नहीं हटेंगे। चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। इसका ताजा उदाहरण पानीपत के गांव इसराना में उस समय देखने को मिला, जब एक किसान नरेश  ने अपनी गेहूं की हरी-भरी लहलहा रही खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दिया और फसल को नष्ट कर दिया।

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फसल नष्ट करने के मामले में जब किसान नरेश से बातचीत की गई तो उसने कहा कि सरकार उनकी फसल का उचित दाम नहीं दे रही है। तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं, मगर सरकार किसी की भी नहीं सुन रही है। इसी को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा था कि अपने खाने के लिए उपज को छोड़कर बाकी पर ट्रैक्टर चला दें। उन्होंने आज अपनी करीब साढ़े 22 बीघा गेहूं की खड़ी फसल को नष्ट कर दिया है। किसान नरेश ने कहा कि उन्होंने जिस फसल को नष्ट किया है यह जमीन उन्होंने ठेके पर ली थी और उसमें फसल उगाई थी। उसकी कड़ी मेहनत के बाद यह फसल तैयार हुई थी लेकिन किसान आंदोलन के समर्थन में उसने अपनी फसल को नष्ट किया है। 

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किसान का कहना था कि जब हमारी फसल का उचित मूल्य ही हमें नहीं मिलेगा तो हम फसल का क्या करेंगे, उसे नष्ट ही करेंगे। किसान ने कहा कि सैकड़ों किसान आंदोलन में अपनी शहीदी दे चुके हैं और सरकार हमें आतंकवादी बता रही है। इसलिए फसल को नष्ट करने के अलावा हमारे पास कुछ नहीं बचा है। 

किसान नरेश ने कहा फसल को उजाड़ कर वह सरकार को यह बताना चाहते हैं कि किसान कुछ भी कर सकता है। अपनी फसल को नष्ट भी कर सकता है और खड़ी फसल में आग भी लगा सकता है। सरकार के साथ हम आर-पार की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार हैं। 

वहीं जब ग्रामीणों को पता चला कि किसान नरेश ट्रैक्टर चलाकर अपनी फसल को नष्ट कर रहा है तो सैकड़ों की संख्या में किसान उसको रोकने के लिए खेत में पहुंचे और उसे फसल नष्ट ना करने की अपील की। किसान नरेश को फसल को नष्ट करने से रोकने के लिए पहुंचे किसान प्रदीप ने कहा कि फिलहाल तो उन्होंने किसान को फसल नष्ट करने से रोक दिया है लेकिन अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी तो वह किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं।


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Content Writer

Shivam

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