टोल पर किसानों की महापंचायत: प्रशासन को 24 तक अल्टीमेटम, फिर ये काम करने की बड़ी चेतावनी
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 07:50 PM (IST)

जींद (अमनदीप पिलानिया) : हरियाणा के जींद जिले के भिड़ताना टोल प्लाजा पर किसानों और खाप पंचायतों का धरना छठे दिन भी जारी है। यह प्रदर्शन रक्षक सिक्योरिटी लिमिटेड कंपनी के खिलाफ है, जिसमें मृतक समरजीत सिवाच के परिवार के लिए 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की जा रही है। आज हुई महापंचायत में किसानों ने बड़ा फैसला लिया कि यदि 24 अक्टूबर तक मांगें पूरी न हुईं, तो जींद-सोनीपत नेशनल हाईवे 353-A को जाम कर दिया जाएगा।
जानिए क्या है विवाद
समरजीत सिवाच, रोहतक जिले के गांव बड़ाली निवासी, रक्षक सिक्योरिटी लिमिटेड में मैनेजर थे और उनका दावा था कि भिड़ताना टोल में उनकी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। एक सड़क हादसे में उनकी मृत्यु के बाद परिवार ने कंपनी से मुआवजा मांगा, लेकिन कंपनी ने इसे ठुकरा दिया। परिवार का आरोप है कि कंपनी ने पहले आर्थिक मदद का वादा किया, पर बाद में टोल बिकने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया।
पुलिस की कार्रवाई
10 अक्टूबर से शुरू हुए धरने के कारण भिड़ताना टोल फ्री है, जिससे पंजाब से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों को राहत मिल रही है। दूसरी ओर, टोल मैनेजर सुमित जैन ने 150 से अधिक किसानों पर केस दर्ज करवाया है, जिनमें किसान नेता रवि आजाद भी शामिल हैं। इन पर आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने टोल संचालन में बाधा डाली गई।
महापंचायत में शामिल हुए ये बड़े नेता
16 अक्टूबर को भिड़ताना टोल पर आयोजित महापंचायत में हरियाणा की प्रमुख खाप पंचायतें और किसान संगठन शामिल हुए। जैसे किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी,अभिमन्यु कोहाड़,रवि आजाद,बिंदर नम्बरदार, विकास सिस्सर,सुमन हुड्डा आदि पहुँचे।
महापंचायत में लिया बड़ा फैसला
महापंचायत में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि यदि 24 अक्टूबर तक कंपनी मुआवजा नहीं देती, तो नेशनल हाईवे 353ए को जाम किया जाएगा। गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने समरजीत की मौत को संदिग्ध बताते हुए हत्या की आशंका जताई और डीएसपी स्तर की जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “कंपनी की मिलीभगत हो सकती है। किसान और खापें न्याय के लिए एकजुट हैं।”।
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