FasTag धोखाधड़ी को रोकने के लिए Haryana Police सर्तक, नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी

punjabkesari.in Thursday, Feb 27, 2020 - 01:24 PM (IST)

कैथल (सुखविंद्र) : पुलिस द्वारा साइबर क्राइम के मद्देजनर एडवाइजरी जारी कर आम नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपने फास्टैग वॉलेट को रजिस्टर या एक्टिवेट करते समय विशेष सतर्कता बरतें क्योंकि कुछ धोखेबाज इसका सहारा लेकर उनकी मदद करने के बहाने उनके बैंक खातों से पैसे निकालने का प्रयास कर सकते हैं। नागरिकों को ऐसे जालसाजों से सावधान रहने की सलाह देते हुए एस.पी. शशांक कुमार सावन ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सभी निजी और व्यावसायिक वाहनों के लिए टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य करने के बाद जालसाज अब नागरिकों को ठगने के लिए एक नया तरीका लेकर आए हैं।

ये असामाजिक तत्व फास्टैग को रजिस्टर या एक्टिवेट करने में मदद का बहाना कर लोगों के बैंक खातों से पैसे निकालकर ठगी का प्रयास कर रहे हैं। फास्टैग सेवा नई होने के कारण जालसाज नागरिकों को धोखा देने के लिए कोशिश कर रहे हैं, जिनसे सतर्क रहने की जरूरत है। एस.पी. शशांक कुमार सावन ने कहा कि सबसे पहले, ऐसे जालसाज फर्जी संदेशों को बैंकों जैसे वास्तविक स्रोतों से भेजकर फास्टैग पंजीकरण के नाम पर व्यक्तिगत या वित्तीय विवरण और यहां तक कि ओ.टी.पी. देने के लिए कहते हैं।

बाद में नागरिकों को छूट या कैशबैक योजनाओं की पेशकश का लालच देकर उन्हें पैसे हस्तांतरित करने या अपना विवरण सांझा करने के लिए कहते हैं। जैसे ही कोई इस संबंध में जानकारी या ओ.टी.पी. कॉलर को देता है, संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते से धनराशि की ठगी हो जाती है। ऐसे जालसाजों से बचने के लिए एहतियाती उपायों को साझा करते हुए एस.पी. ने लोगों से इन घोटालेबाजों के बहकावे में नहीं आने का आग्रह किया और कहा कि जब भी उन्हें फास्टैग पंजीकरण को लेकर कोई अंजान कॉल आती है, तो तुरंत इसे डिस्कनैक्ट कर देना चाहिए और वास्तविकता की जांच-पड़ताल के लिए नजदीकी बैंक में जाकर संपर्क करना चाहिए। 

उन्होंने स्पष्ट किया कि फोन पर बैंक कर्मचारी से बात करने से फास्टैग का रजिस्टरेशन या एक्टिवेशन नहीं होता है। उन्होंने लोगों को किसी को भी पिन या पासवर्ड सांझा न करने की सलाह देते हुए कहा कि फास्टैग को केवल इसे जारी करने के लिए अधिकृत बैंक, टोल प्लाजा, पे टी.एम., अमेजन जैसी अनुमोदित एजैंसियों से ही खरीदना चाहिए। इसके अतिरिक्त, नागरिकों को एन.एच.ए.आई. द्वारा उपलब्ध कराए गए केवल वास्तविक एप्लीकेशन ही इंस्टॉल करने चाहिए।


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Isha

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