स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर RTA विभाग गंभीर, की गई 50 बसों की जांच

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 01:51 PM (IST)

जींद (ललित) : स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर आर.टी.ए. विभाग बेहद गंभीर हो गया है। विभाग ने मंगलवार को स्कूलों बसों में जांच के लिए अभियान चलाया। अभियान के तहत 50 बसों की जांच की गई। इसमें 20 बसों में भारी खामियां मिली। आर.टी.ए. अधिकारियों ने संबंधित स्कूल संचालकों को खामियों को दूर करने के निर्देश दिए। यदि दोबारा जांच के बाद खामियां मिलती हैं तो बसों का चालान काटा जाएगा।

जांच के दौरान अधिकतर स्कूल बसों में बेहद जरूरी प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स ही गायब मिले। कुछ स्कूल बसों में टायरों की हालत बेहद खराब मिली। मंगलवार को मोटर व्हीकल इंस्पैक्टर अनिल कुमार और रोड सेफ्टी आफिसर अभिनव नागपाल ने स्कूल संचालकों और बस चालकों से कहा कि किसी भी सूरत में बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। स्कूल बसों के लिए निर्धारित नियमों के अनुसार स्कूली बस में हर प्रकार की सुविधा और उपकरण होने चाहिएं। जांच के दौरान पाया गया कि कुछ बसों में प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स नहीं मिले तो कुछ में टायर की हालत काफी खराब मिली।

2 बसों में स्पीड गवर्नर नहीं मिले। इस पर अधिकारियों ने कहा कि यदि स्पीड गवर्नर नहीं होगा तो बस अधिक स्पीड में दौड़ेंगी, इसलिए हर बस में स्पीड गवर्नर जरूर होना चाहिए। कुछ बसों में रेडियम टेप नहीं मिलने पर विभाग के अधिकारियों ने बसों को रेडियम टेप भी लगाई। बस चालकों को सीट बैल्ट व वर्दी में रहने के निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि बस के अगले हिस्से पर सफेद, पीछे लाल तथा दोनों तरफ  साइड में पीली रेडियम टेप लगी होनी चाहिए। इस मौके पर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के निरीक्षक सत्यवान सिंह, उप निरीक्षक कुलवंत सिंह, सुभाष, धर्मबीर वर्मा, संदीप, राजेश, रणधीर सिंह, तरसेम भी मौजूद रहे। 

बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
स्कूल बसों की जांच के दौरान विभाग द्वारा 50 में से 20 बसों में खामियां मिलने के बाद सवाल खड़े हो गए हैं। अधिकतर बसों में फस्र्ट एड बॉक्स ही नहीं हैं। ऐसे में कोई हादसा होने पर बच्चों को किस प्रकार से प्राथमिक सहायता दी जा सकेगी। 

 


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Isha

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