फोरेंसिक एक्सपर्ट ने मनीषा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर संदेह से किया इनकार, बोले- दोनों जांच रिपोर्ट में कोई अंतर नहीं
punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 09:14 AM (IST)

भिवानी : जिले के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी 19 साल की युवती मनीषा की मौत के बारे में उसके पोस्टमार्टम रिपोर्ट को जो पहले भिवानी के सिविल अस्पताल और बाद में रोहतक पीजीआई में हुए और बाद में सोशल मोडिया पर भी वायरल हुए उनको हमारे प्रतिनिधि सुखबीर मोटू ने वीरवार को दिल्ली के फोरेंसिक एक्सपर्ट, फोरेंसिक सर्विसेज इंडिया के ऑनर 2 भाइयों सैय्यद व फैजल हुदा के पास भेजा। उनके आधार पर जो रिपोर्ट हुदा बंधुओं ने दी है उसके अनुसार दोनों ही रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है कि शव पर भूसा, घास और सड़ी-गली ऊतक लगे हुए थे और शव से बदबू (जैसे मृतका ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया हो) आ रही थी।
इसके अलावा दोनों ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसी कोई असमानता सामने नहीं आई जिससे कहीं के भी डॉक्टरों की टीम पर शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उंगली उठाई जा सके। इसके बावजूद नवोदय टाइम्स व दिल्ली के फोरेंसिक एक्सपर्ट दोनों भाई सैय्यद व फैजल हुदा ना तो किसी तरह के ओरिजनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पुष्टि करते और ना ही कानूनी विवाद के जिम्मेदार। इसके बावजूद समाज में आए बदलाव व तत्काल किसी बात पर बिना किसी एक्सपर्ट से सलाह-मशविरा किए अड़ने की बात को लेकर यह रिपोर्ट आपके सामने पेश की गई है जिससे उम्मीद की जा सकती है कि समाज में इस एक रिपोर्ट से सकारात्मक संदेश जाए। लोग हर बात पर अड़ने-भिड्ने, आंदोलन करने पर उतारू ना हों, पुलिस या प्रशासन की जांच में किसी तरह की बाधा ना डालें, क्योंकि ऐसा करने से नुकसान आम पब्लिक को ही उठाना पड़ता है, जैसा अक्सर हम देखते आए हैं। बस इस रिपोर्ट का आप तक पहुंचाने का इतना भर प्रयास है।
भिवानी सिविल अस्पताल के वायरल पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर
विश्लेषण 1. शव पर भूसा, घास और सड़ी-गली ऊतक लगे हुए थे और उसमें से बदबू आ रही थी।
2. शव और कपड़ों पर कई जगह मक्खियों के अंडे मौजूद थे।
3. सिर के सामने और पीछे (frontal, parietal, temporal, occipital) हिस्सों पर बाल भौजूद थे, जिन्हें हल्के खींचने से आसानी से निकाला जा सकता था।
4. सिर और शरीर की त्वचा पर जगह-जगह काला रंग पड़ा हुआ था, जो सड़ने (putrefaction) के कारण हुआ।
5. चेहरे, गर्दन और सिर के आगे व दोनों तरफ की त्वचा और नर्म ऊतक (soft tissues) गायब थे।
6. चेहरे के अंग, नाक की संरचना और दोनों आखों के खोखले हिस्से खाली थे, केवल सड़े हुए ऊतक बचे थे।
7. गर्दन के सभी अंदरूनी ढांचे गायब थे और केवल सड़े हुए ऊतक का हिस्सा ही दिखाई दे रहा था।
8. गर्दन की कुछ हड्डियां (cervical vertebrae) गायब थीं और बची हुई हड्डियां सड़न की वजह से ढीली हो गई थीं।
9. बगल और शरीर के बाल कई जगहों से झड़ गए थे।
10. त्वचा कई हिस्सों से छिल चुकी थी और हाथ-पैर की त्वचा भी कुछ हिस्सों से उखड़ी हुई थी।
11. छाती कठोर थी और पेट फूल गया था।
12. गर्भाशय और मलाशय आंशिक रूप से बाहर निकले हुए, थे।
13. गर्दन के आगे और दोतों तरफ 29.5 X 16 सेमी का बड़ा फटा हुआ घाव था, जिसके किनारों पर काटने या कुतरने (gnawing) के निशान थे।
14. घाव के किनारे लाल रंग के, असमान और उलझे हुए थे तथा किनारों पर जानवरों द्वारा काटने के निशान मिले।
15. जांच करने पर गर्दन की कई मांसपेशियां और हड्डियां गायब पाई गई, केवल सड़े हुए ऊतक का हिस्सा ही बचा था।
रोहतक पीजीआई के वायरल पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर विश्लेषण
1. शव पर जगह-जगह मिट्टी और खरपतवार (झाड़-झंखाड़) लिपटे हुए थे।
2. इससे बदबूदार गंध निकल रही थी।
3. शरीर पर जगह-जगह गहरे रंग का परिवर्तन (काला पड़ना) दिखा।
4. सिर के बाल काले, 35 से 40 सेमी लंबे थे, जो घास और मिट्टी से उलझे हुए थे, कुछ जगहों से उखड़े थे और शरीर से खींचने पर आसानी से निकल रहे थे।
5. सिर के बालों में एक धातु का बहुरंगी क्लिप काले रबर बैंड सहित मौजूद है।
6. सिर के बालों को एक पार्सल में सील किया गया, जिस पर FM की 3 सील लगी हैं और 10 को सौंपा गया।
7. माथे पर हेयरलाइन के पास एक चीरे की रेखा थी, जिसे धागे से लगातार टांके लगाकर सिला गया था।
8. टांके खोलने पर खोपड़ी का ऊपरी हिस्सा (vault) ऊंचे पेराइटल क्षेत्र तक अलग पाया गया।
9. नीचे की मस्तिष्क ऊतक गायब थी, केवल कुछ धूसर धारीदार भाग और झिल्लियों के टुकड़े जगह-जगह दिखाई दे रहे थे।
10. पलकें गायब थीं और आंखें धंसी हुई, सड़ी-गली और नरम थीं।
11. मुंह पर की त्वचा और मुलायम ऊतक जगह-जगह गायत्र थे और अगले दांत दिखाई दे रहे थे।
12. जीभ, प्रसनी कंठ (pharynx), (larynx), थायरॉइड और हायॉइड हड्डी गायब पाई गई।
13. चेहरे की हड्डियां, जैसे मैक्सिला, जाइगोमैटिक और जबड़े की हड्डी, थोड़े से मुलायम ऊतक और जगह-जगह कुतरने (gnawing) के निशानों के साथ पहचानी जा सकती थीं।
14. नाक का मध्य भाग (सेप्टम) दिखाई दे रहा था, जिसके ऊपरी हिस्से पर कुतरने के निशान थे।
15. त्वचा का धब्बेदार (marbled) रूप कंधे और श्रोणि (pelvis) क्षेत्र में जगह-जगह देखा गया।
16. ऊपरी त्वचा (epidermis) जगह-जगह से उखड़ी हुई थी और हाथ-पांव की त्वचा आंशिक रूप से हट चुकी थी।
17. गर्दन धड़ से पीछे की ओर मुलायम ऊतक और त्वचा की एक. पट्टी द्वारा जुड़ी हुई थी, जबकि बीच के गर्दन ऊतक और C3 से C5 कशेरूकाएं गायब थीं।
18. पहली 2 ग्रीवा कशेरूकाएं (cervical vertebrae) खोपड़ी से जुड़ी थीं, जिनमें पेडिकल्स और लैटरल हिस्सों में फ्रैक्चर थे, लेकिन फ्रैक्चर वाले सिरों पर रक्त का कोई रिसाव नहीं पाया गया। C6 कशेरूका का ऊपरी भाग अनियमित रूप से टूटा हुआ था और फ्रैक्चर वाली सतह पर रक्त का कोई रिसाव नहीं था।
19. धड़ के सामने की सतह पर ऊर्ध्वाधर रूप से 51 सेमी लंबा चौरा मौजूद था, जिसे कपास के धागे से लगातार टांके लगाकर डौले ढंग से सिला गया था, जो स्टीर्नल नॉच से प्यूविक सिम्फिसिस तक फैला था।20. टांके खोलने और जांच करने पर, सीने की हड्डी (sternum) गायत्र पाई गई।
21. दिल काटा हुआ पाया गया और वक्ष गुहा (thoracic cavity) में पड़ा मिला।
22. फेफड़े झिल्ली की सतह से काटे गए और वक्ष (छाती) के दोनों ओर पड़े मिले, जो श्वासनली के शेष हिस्से से जुड़े हुए थे और कैरीना से 2 सेमी ऊपर तक मापे गए, साथ ही आसपास के मुलायम ऊतक भी पाए गए।
23. पेट की गुहा की जांच पर भोजन नली का निचला सिरा, पेट, बिगर का हिस्सा, छोटी और बड़ी आंत का हिस्सा, दोनों किडनी, प्लीहा (spleen), गर्भाशय और दोनों अंडाशय (ovaries) गायव पाए गए।
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