उज्जवला योजना के तहत हरियाणा में 100 से भी ज्यादा महिलाओं को मिले निःशुल्क गैस कनेक्शन
punjabkesari.in Friday, Apr 20, 2018 - 07:50 PM (IST)

चंडीगढ़(ब्यूरो): आज हरियाणा के कई जिलों में उज्जवला योजना के तहत महिलाएं को निःशुल्क गैस कनेक्शन बांटे गए। इसमें महिलाओं को एक गैस सिलेंडर, रेगुलेटर और एक पाइप दी गई।
गोहाना में महिलाओं को मिले गैस चूल्हें
गोहाना में केंद्र सरकार की उज्जवला योजना के तहत आज 100 से भी ज्यादा महिलाओ को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए गए। इस मौके पर गोहाना नगर परिषद की चेयरपर्सन रजनी विरमानी ने अपने हाथों से गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देकर इस योजना की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब महिलाओं को बहुत लाभ मिलेगा। वह लकड़ी के चूल्हें पर धूएं से बचेंगी।
नूंह मेवात में विजय गैस एजेंसी ने किया कार्यक्रम आयोजित
नूंह मेवात के राजकीय अध्यापक प्रशिक्षण संस्थान फिरोजपुर नमक में आज उज्जवला दिवस मनाया गया। यहां विजय गैस एजेंसी एचपी द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में संस्थान में प्रशिक्षण लेने वाली लड़कियों और महिलाओं ने भी भाग लिया। इस दौरान गैस चूल्हा पाकर महिलाओं में काफी उत्साह दिखाई दिया।
इस दौरान केंद्र सरकार द्वारा उज्जवला स्कीम के बारे में तैयार की गई फिल्म भी महिलाओं को दिखाई गई। उज्जवला दिवस के कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप देशवाल के अलावा फ़ूड एंड सप्लाई विभाग , एचपी के अधिकारी , बीईओ इत्यादि ने भाग लेकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। विजय गैस एजेंसी के संचालक धर्मेंद्र यादव ने बताया कि उज्जवला स्कीम के तहत उनकी एजेंसी जिले में कनेक्शन देने में दूसरे नंबर पर रही है।
फरीदाबाद में केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ग्रामीणों को बांटे कनेक्शन
ग्राम स्वराज अभियान के तहत आज फरीदाबाद के टिकावली गांव में केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ग्रामीणों को एलपीजी गैस चूल्हे वितरित किए। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कांग्रेस और कालाबाजारी को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया तो वहीं इनेलो और बीएसपी के गठबंधन को ठगबंधन बताते हुए चुटकी ली।
मगर उज्जवला दिवस पर मंत्री साहब की चमक कुछ फीकी नजर आई। उनके इस कार्यक्रम में 50 कुर्सियों पर बैठने के लिए भी लोग नहीं पहुंचे और कुर्सियां खाली पडी रही। वहीं, इस योजना में उन गांवों को चुना गया है। जिनमें 1 हजार से ज्यादा की आबादी है और 50 प्रतिशत से ज्यादा बीपीएल कार्ड धारक रहते है।