कोरोना काल के 22 दिन बाद एक्शन में आई सरकार, सीएम खट्टर ने शुरू किया बैठकों का दौर

punjabkesari.in Wednesday, Sep 16, 2020 - 09:57 PM (IST)

संजय अरोड़ा: हरियाणा में कोरोना के कारण सरकार कीधीमी हुई रफ्तार जहां फिर से तेज होने लगी है वहीं कोरेाना के कारण विकास के रोडमैप में आए ठहराव के बाद अब सरकार नए सिरे से चुस्त दुरुस्त नजर आने लगी है। स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं उनके मंत्रियों सहित सचिवालय के आला अफसर कोरोना को मात देने के बाद अब मुख्यधारा में नजर आने लगे हैं। 

कारण साफ है कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद चिकित्सय लिहाज से ठीक होकर 22 दिन बाद चंडीगढ़ पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गए हैं। फीडबैक लेने के साथ साथ अब उन्होंने अधिकारियों, मंत्रियों व विधायकों के साथ बैठक पर फोकस किया हुआ है। खास बात ये है कि ये भी पहली बार ही ऐसा अवसर है जब मुख्यमंत्री खुद प्रदेश में होने के बाद भी इतनी लंबी अवधि तक चंडीगढ़ से दूर रहे।

गौरतलब है कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते जहां कई विधायक, अफसर और मंत्री कोरोना की चपेट में आ गए थे वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी कोरोना संक्रमण से बच न सके। शुरूआती लक्षण पाए जाने के बाद 24 अगस्त को जैसे ही उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस पर वे 24 अगस्त की देर रात को ही गुरुग्राम स्थित मेदांता में एडमिट हो गए। तब से लेकर 10 सितम्बर तक उनका वहीं उपचार चलता रहा और 10 सितम्बर को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वहां से डिस्चार्ज हो गए लेकिन चिकित्सीय परामर्श के लिए गुरुग्राम ही रहे। 13 सितम्बर तक गुरुग्राम में रहने के बाद 14 को वे गुरुग्राम से चंडीगढ़ पहुंचे।

हालांकि चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को परामर्श दिया था कि वे अभी कुछ दिन रेस्ट करें मगर आराम को हराम मानने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 22 दिन बाद चंडीगढ़ पहुंचते ही सरकार को एक्शन मोड में ला दिया। यही नहीं सितम्बर माह का दूसरा पखवाड़ा निश्चित तौर पर शासन व प्रशासन में काफी फेरबदल वाला रह सकता है। ऐसी संभावना है कि इसी दौरान प्रशासनिक स्तर पर बड़े फेरबदल के साथ साथ प्रदेश में उन पदों पर राजनीतिक नियुक्तियां भी की जा सकती हैं जो काफी समय से रिक्त पड़े हैं।

ऐसे आ रही कामों में रफ्तार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जैसे ही गुरुग्राम से 22 दिन बाद चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर पहुंचे तो सबसे पहले उन्होंने सोमवार को ही संबंधित अधिकारियों से फोन पर कोरोना को लेकर फीडबैक लिया। इसके साथ ही विकासकारी नीतियों एवं परियोजनाओं के संदर्भ में आऊटपुट ली। इसके बाद मंगलवार को आला अधिकारियों, मंत्रियों व विधायकों से बैठकें करने के बाद विकास का खाका खींच सभी कामों में तेजी लाने के निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री खट्टर की इस सक्रियता का ही आलम है कि अब सरकार के काम काज ने रफ्तार पकड़ ली है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान पार्टी विधायकों के साथ साथ पार्टी के पदाधिकारियों से निकट भविष्य में होने वाले बरौदा उपचुनाव को लेकर भी फीडबैक हासिल किया। जानकारी के अनुसार इसी माह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ साथ राज्य के कृषि मंत्री एवं बरौदा उपचुनाव प्रभारी जे.पी. दलाल व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ओ.पी. धनखड़ सहित पार्टी के कई बड़े नेता बरौदा क्षेत्र में सक्रिय नजर आ सकते हैं। 

श्राद्ध पक्ष के बाद और आ सकती है तेजी
सूत्रों के अनुसार कोरोना की वजह से विकास कार्यों में आई शिथिलता को देखते हुए आने वाले दिनों में सरकार विकास कार्यों में तेजी लाने के साथ साथ कई नई योजनाओं को लागू करने का एलान कर सकती है। माना जा रहा है कि श्राद्ध पक्ष के बाद इन नई परियोजनाओं को लागू करने के साथ साथ प्रदेश में कई नई सियासी नियुक्तियां की जा सकती हैं। इसके अलावा प्रशासनिक स्तर पर भी बड़ा फेरबदल इसी माह संभावित माना जा रहा है। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि सितम्बर माह का दूसरा पखवाड़ा निश्चित तौर पर प्रदेश में शासन-प्रशासन के लिए काफी अहम होगा।
 


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vinod kumar

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