हरियाणा सरकार स्कूली पाठ्यक्रम से हटाई गई महापुरुषों की जीवनियों को तुरंत पाठ्यक्रम में करे शामिल : विजय बंसल

punjabkesari.in Monday, Jul 17, 2023 - 09:39 PM (IST)

चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : मुख्यमंत्री मनोहर लाल जहां एक तरफ तो महापुरुषों और महान योद्धाओं की प्रतिमाओं का अनावरण कर उन्हें सम्मान देने का दम भरते हैं वहीं दूसरी ओर सरकार गुपचुप तरीके से स्कूली पाठ्यक्रम में से महापुरुषों और महान योद्धाओं की जीवनीयों को हटाने का काम करती है। जिससे भाजपा की गठबंधन सरकार की कुंठित, संकीर्ण और दोहरी मानसिकता उजागर होती है।

उक्त बयान हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश सचिव एवं पूर्व चेयरमैन विजय बंसल ने देते हुए बताया कि गत दिवस मुख्यमंत्री ने सोनीपत के खरखोदा में परमवीर चक्र से सम्मानित कर्नल होशियार सिंह की प्रतिमा का अनावरण कर जनता के समक्ष कर्नल होशियार सिंह के देश के प्रति निष्ठावान की खूब तारीफ कर झूठी वाहवाही लूटने की कोशिश की। लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली भाजपा गठबंधन सरकार ने विगत वर्ष 2020 में लॉकडाउन के दौरान स्कूली पाठ्यक्रम से कर्नल होशियार सिंह की जीवनी सहित कई महापुरुषों की जीवनीयों को पाठ्यक्रम से हटा दिया था। जबकि कर्नल होशियार सिंह ने सन 1961, 1965 और 1971 में हुए युद्ध में दुश्मनों के विरुद्ध लड़ाई लड़ते हुए अपनी साहस और वीरता का परिचय दिया था और सबसे अधिक गौरव की बात है कि कर्नल होशियार सिंह को उनकी इसी बहादुरी के लिए उनके जीवन काल के दौरान ही उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था जबकि अधिकतर सैनिकों को उनकी वीरता के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र प्राप्त होता है। कर्नल होशियार सिंह जैसे हरियाणा के गौरव महान योद्धा की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने पर उनकी वीरता से प्रेरणा लेकर समाज को एक नया रास्ता मिलता है। कर्नल होशियार सिंह की जीवनी लेख प्रथम पाठ नंबर 17 में 'हमारे अनमोल रतन' के नाम से अंकित थी उसे अब पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है।

विजय बंसल ने कहा कि हरियाणा की मौजूदा गठबंधन सरकार यहीं पर ही नहीं रुकी सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्रियों और महाराजा अग्रसेन की जीवनियों को हटाया था। नए पाठ्यक्रम में इनकी जीवनी न होने से प्रत्येक वर्ग के लोगों में नाराजगी है।  एडवोकेट विजय बंसल ने इस पर जोरदार आपत्ति दर्ज करते हुए हरियाणा प्रदेश के सभी महापुरुषों और महान योद्धाओं की हटाई गई जीवनीयों को स्कूली पाठ्यक्रम में पुनः शामिल करने की मांग की।

विजय बंसल ने बताया कि कक्षा पांचवी की हिंदी पुस्तक में पाठ संख्या 11 पर महाराजा अग्रसेन की जीवनी थी, पाठ संख्या 14 पर हरियाणा के गौरव के नाम से सर छोटू राम, प्रथम मुख्यमंत्री पंडित भगवत दयाल शर्मा, पूर्व सीएम चौधरी देवीलाल, चौधरी बंसी लाल, राव बीरेंद्र सिंह व चौधरी रणबीर सिंह की जीवनी को पढ़ाया जा रहा था। 2020 में लागू किए नए पाठ्यक्रम में से इन्हें चुपचाप तरीके से हटा दिया गया था।

विजय बंसल ने कहा कि 2020 में कोरोना महामारी के आने पर स्कूल बंद हो गए थे लॉकडाउन के दौरान किताबों की छपाई नहीं हुई थी। लेकिन 2023 के शैक्षणिक सत्र में जब नई किताबें बच्चों को मिलीं, तो उनमें इन महापुरुषों की जीवनियां हटाई जा चुकी थी। जबकि, देवीलाल के पड़पोते दुष्यंत चौटाला हरियाणा में उपमुख्यमंत्री, बेटे रणजीत सिंह बिजली मंत्री और राव वीरेंद्र के पुत्र राव इंद्रजीत केंद्र सरकार में मंत्री हैं वे सभी इस मामले पर खामोश हैं। विजय बंसल ने बताया कि  उन्होंने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर महापुरुषों की जीवनीओ को पाठ्यक्रम में शामिल करने की भी मांग की थी। लेकिन सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

विजय बंसल ने बताया कि महापुरुषों की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग मुख्यमंत्री मनोहर लाल, विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और शिक्षा मंत्री चौधरी कंवर पाल सिंह के समक्ष अनेक मंचो पर कई बार उठाई गई लेकिन उनके द्वारा दिए गए आश्वासनों के सिवाय कुछ नहीं हुआ।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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