ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रदेश सरकार तक पहुंचाई व्यापारियों की मांग, प्रधान सचिव ने दिया आश्वासन

punjabkesari.in Tuesday, Jun 08, 2021 - 02:40 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत ऑड-इवन फार्मूले से हरियाणा के दुकानदारों को हो रहे नुकसान को रोकने के लिए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता आगे आए हैं। व्यापारियों की मांग पर उन्होंने प्रदेश सरकार में प्रधान सचिव वी. उमाशंकर से बात कर हरियाणा में दुकानों को खोलने की व्यवस्था पंजाब और चंडीगढ़ की तर्ज पर करने को कहा है। प्रदेश में 50 फीसदी दुकानें खोलने का फार्मूला तर्कसंगत होने से सबसे ज्यादा लाभ पंचकूला, गुरुग्राम और फरीदाबाद के व्यापारियों को होगा। इसके साथ ही ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रदेश के दुकानदारों को इस कठिन समय में ग्राहकों की सेवा करने के लिए उन्हें कोरोना वारियर्स की संज्ञा देते हुए उनसे कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने का आह्वान भी किया है।

दरअसल, हरियाणा सरकार की ओर से जारी कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत प्रदेश की शहरी आबादी में स्थित दुकानों को ऑड-इवन फार्मूले से खोलने की अनुमति है। इस व्यवस्था के तहत विषम संख्या वाली दुकानें विषम तिथि पर और सम संख्या वाली दुकानें सम तिथि पर ही खोली जा रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस व्यवस्था में ग्राहकों को यह जानकारी नहीं होती कि उनके जरूरत के सामान वाली दुकान खुली है या नहीं। इतना ही नहीं दुकानदारों के व्यापारिक लेन-देन की व्यवस्था भी चरमरा गई है।

इस समस्या को लेकर पंचकूला व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को विधान सभा पहुंच विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को इस समस्या से अवगत करवाया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल व्यापारी नेताओं ने कहा कि पंचकूला में ऑड-इवन के फार्मूले से दुकानें बंद होने के कारण ग्राहक चंडीगढ़ और मोहाली का रुख करने लगे हैं। इससे पंचकूला के दुकानदार चौपट होेने के कगार पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि गत 3 मई से लॉकडाउन की जो शर्तें लागू की गई हैं, उनसे छोटे और मध्यम दुकानदारों, मॉल और रेस्तरां संचालकों को काफी नुकसान हो रहा है। वे न तो किराया चुका पा रहे हैं और न ही सेल्समैन्स को मेहताना दे पा रहे हैं। इतना ही नहीं उनके लिए घर चलाना भी मुश्किल हो चुका है।

दुकानदारों के नुकसान का प्रमुख कारण चंडीगढ़ और पंजाब के निकटवर्ती क्षेत्रों में खुले शॉपिंग माॅल भी हैं। पंचकूला की दुकानें बंद होने के कारण ग्राहक पंजाब और चंडीगढ़ से खरीदारी कर रहे हैं। इससे पंचकूला के व्यापार को भारी नुकसान हो रहा है। हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोनीपत जिले में भी यही स्थिति हैं। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रदेश सरकार में प्रधान सचिव वी. उमाशंकर से बात कर प्रदेश में हो रहे राजस्व के नुकसान पर चिंता जताते हुए उनसे दुकानों के खोलने के नियम तर्कसंगत बनाने का आग्रह किया। प्रधान सचिव ने आश्वासन दिया कि सरकार इस समस्या पर गंभीरतापूर्वक विचार कर जल्द नई गाइडलाइन जारी करेगी।

ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि व्यापारी वर्ग अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा सहारा होने के साथ-साथ कोरोना काल में ग्राहकों के सेवक की भूमिका में भी नजर आया है। दुकानदारों ने इस कठिन परिस्थिति में अपना काम करते हुए आम आदमी की आवश्यकताओं को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। ऐसे में वे एक प्रकार से कोरोना योद्धा ही हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के व्यापारी वर्ग से आह्वान किया है कि वे संकट की इस घड़ी में इसी प्रकार अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए कोविड नियमों का पालन करवाने की व्यवस्थाएं बनाएं। भले ही कोरोना का प्रभाव कम होने लगा है, लेकिन हम इसे हल्के में नहीं ले सकते। उन्होंने पूरी कड़ाई से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील की है। विधान सभा में विस अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपने वालों में पंचकूला भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रोहित सेन, व्यापारी नेता रवि बंसल, कर्ण नरुला, सुरेंद्र बंसल, कुलदीप चिटकारा, अनिल थापर, टिंकी अग्रवाल, विजय शर्मा, आर.डी. गुप्ता शामिल रहे।
 

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Content Writer

Shivam

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