'सुप्रीम कोर्ट का फैसला मंजूर नहीं, तो एसजीपीसी जाए यूएनओ', HSGMC प्रधान जगदीश झींडा का बड़ा बयान
punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 08:04 PM (IST)

कुरुक्षेत्र (रणदीप रोर) : हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीएमसी) के प्रधान जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने प्रेस वार्ता के दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को सुप्रीम कोर्ट का फैसला मंजूर नहीं, तो वह यूएनओ (संयुक्त राष्ट्र) में जा सकती है।
झींडा ने दो टूक कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने हरियाणा कमेटी को वैध मान्यता दी है और प्रदेश में एसजीपीसी की संपत्तियों, ट्रस्टों और जमीन-जायदाद पर अब हरियाणा कमेटी का अधिकार होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी इस फैसले को मानने को तैयार नहीं हैं और मीरी-पीरी मेडिकल कॉलेज जैसे मुद्दों पर टालमटोल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी प्रधान से तीन बार बातचीत के लिए मीटिंग तय हुई, लेकिन पता नहीं एसजीपीसी प्रधान क्यों नहीं बातचीत करते। उन्होंने एक बार फिर से एसजीपीसी प्रधान को आपसी मामलों को सहमति से सुलझाने के लिए बातचीत का न्यौता दिया।
झींडा ने कहा कि मीरी-पीरी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पर एसजीपीसी ने कोई पैसा खर्च नहीं किया, बल्कि यह सहायता धन व लोन से चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एसजीपीसी की ओर से पंचकूला, जींद और धमतान साहिब के गुरुद्वारों से फंड लिए गए। हरियाणा कमेटी प्रमुख ने बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा पहले चलाया गया लक्खी शाह बंजारा इंटरनेशनल स्कूल और पॉलिटेक्निक कॉलेज अब खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। अगर दिल्ली कमेटी लीज पर जमीन देती है, तो हरियाणा कमेटी इन्हें दोबारा शुरू करने को तैयार है। जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि देश में पहले नंबर पर पंबाजी भाषा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व भर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सर्वाेच्च है..
जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि देश में अंग्रेजी भाषा के अत्याधिक प्रचलन पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा देश के गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा गया था। पत्र में अग्रेजी के प्रचलन पर बताया गया था, जिसके बाद गृहमंत्री ने एक बयान भी जारी किया था। जिसमें हिंदुस्तान में हिंदी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग करने पर जोर दिया गया था। गृहमंत्री के बयान पर राहुल गांधी ने ऐतराज जताते हुए अंग्रेजी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा कहा था। जत्थेदार झींडा ने राहुल गांधी के इस बयान पर कहा कि राहुल गांधी भारत देश में रहते हैं,न कि विदेश में। राहुल गांधी ने राजनीति हिंदुस्तान में करनी है, तो उन्हें हिंदी की बात करनी चाहिए, न कि अंग्रेजी की।
जत्थेदार झींडा ने कहा कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी द्वारा किसी भी समागम की प्रचार सामग्री पर न तो उनकी फोटो होगी और न ही किसी मेंबर की। उन्होंने कहा कि हरियाणा कमेटी द्वारा प्रकाशित करवाई जाने वाली प्रचार सामग्री पर फोटो की बजाए केवल संस्था का नाम होगा, इसके लिए स्पष्ट आदेश अधिकारियों एवं प्रबंधकों को दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन्हें अपनी फोटो लगवाने का शौंक हैं, वे अपने पैसे खर्च कर प्रचार सामग्री बना सकते हैं, हरियाणा कमेटी इस पर खर्च नहीं करेगी।
काला दिवस कार्यक्रम पर हरियाणा कमेटी ने नहीं किया कुछ खर्च
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में करवाए गए काला दिवस कार्यक्रम पर हरियाणा कमेटी का कोई पैसा खर्च नहीं हुआ है। जत्थेदार जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि इस समागम में करीब 1500 से दो हजार संगत शामिल थी, जिसके लिए लंगर का प्रबंध करने पर 4 लाख 15 हजार रुपये खर्च हुए, जबकि स्मृति चिह्न 1 लाख 50 हजार रुपये से तैयार करवाए गए। इसके साथ ही बाबा बंदा सिंह बहादुर जी की फोटो पर 9 हजार रुपये, शॉल पर 11 हजार रुपये, फलैकस पर 12820 रुपये, पार्टीशन (टैंट खर्च) 10 हजार रुपये, आडोटोरियम किराया 1 लाख 50 हजार रुपये, कूलर किराया 1400 रुपये, कार्यक्रम लाईव करवाने पर 7 हजार रुपये खर्च हुए। इस तरह कार्यक्रम पर कुल खर्च 7 लाख 66 हजार 220 रुपये हुआ, जो कि संगत ने सहयोग स्वरूप किया है। हरियाणा कमेटी का एक पैसा खर्च नहीं हुआ है।
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