पेपरलेस नहीं होगी हरियाणा विधानसभा, विधायकों ने डाला अडंगा

punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2019 - 01:41 PM (IST)

चंडीगढ़- हरियाणा विधानसभा के पेपरलेस (कागज रहित) होने के प्रोजेक्ट में अडंगा डल गया है। जिन राज्यों में विधानसभा पेपरलेस हो चुकी, वहां के नतीजे बहुत अच्छे नहीं हैं। ऐसे में हरियाणा अपनी विधानसभा को पेपरलेस करने में जल्दबाजी नहीं कर रहा। वैसे भी उसके पास जगह की कमी पहले से बनी हुई है। कई विधायक भी नहीं चाहते कि विधानसभा को पेपरलेस बनाया जाए। इसके पीछे उनकी खुद की मजबूरी है।

हरियाणा विधानसभा सचिवालय का मानना है कि कई विधायक ऐसे हैं, जिन्हें अभी कंप्यूटर, लैपटॉप और टैब पर काम करने में दिक्कतें आ सकती हैं। दूसरे राज्यों की विधानसभा में ऐसा हो चुका है। विधानसभा सचिवालय को यह फीडबैक भी मिला है कि कई विधायकों को पैन ड्राइव का इस्तेमाल करने में भी परेशानी आ जाती है, जिस कारण सत्र के दौरान उन्हें न तो सवालों की जानकारी मिल पाती है और न ही सरकार के जवाब का पता चलता है। सबसे बड़ी बाधा विधायकों को बिल पढ़ने में आ सकती है।

हरियाणा विधानसभा उन तमाम विधानसभा की कार्य प्रणाली का आकलन करने में जुटी है, जहां काम पेपरलेस हो चुका है। तब तक विधानसभा सचिवालय ने हरियाणा के नए विधायकों को लैपटॉप देने का इरादा त्याग दिया है। नेपाल के विधायकों का 16 सदस्यीय दल आएगा चंडीगढ़ : दूसरी तरफ नेपाल के विधायकों का 16 सदस्यीय दल 9 से 11 दिसंबर तक हरियाणा व पंजाब विधानसभा का दौरा करने पहुंच रहा है। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के अनुसार 18 व 19 दिसंबर को देहरादून में राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस है, जिसमें वह हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेंगे।

पंजाब ने जगह दी तो दुष्यंत चौटाला को मिलेगा कार्यालय
विधानसभा अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हरियाणा विधानसभा में जगह की कमी है, जिस कारण डिप्टी सीएम को कार्यालय नहीं दिया जा सका। यदि हरियाणा को पंजाब विधानसभा से अपने कमरे मिल गए तो डिप्टी सीएम को कार्यालय देने पर विचार किया जा सकता है।

पंजाब विवि में हरियाणा की हिस्सेदारी का बढ़ा दबाव
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में भी हरियाणा अपनी हिस्सेदारी के लिए प्रयासरत है। सीएम मनोहर लाल ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर चुके हैं।


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Isha

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