संगठन चुनाव के लिए हरियाणा भाजपा ने तय किए नए नियम, कई दिग्गज पदों की दौड़ से बाहर

punjabkesari.in Monday, Jan 20, 2020 - 02:15 AM (IST)

चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा में संगठन चुनाव में लगी भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के चयन के लिए नए पैरामीटर तय किए हैं। अब 50 साल तक की उम्र वाले व्यक्ति ही प्रदेश अध्यक्ष बन सकेंगे। जिला अध्यक्ष के लिए अधिकतम उम्र 40 साल और मंडल अध्यक्षों के लिए आयु सीमा 30 साल रखी गई है। हालांकि विशेष परिस्थितियों मेें इन मानकों में बदलाव भी किया जा सकता है, लेकिन नए नियमों से कई दिग्गज विभिन्न पदों की दौड़ से बाहर हो गए हैं।

हरियाणा भाजपा ने संगठन चुनाव के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई है। फरवरी के अंत में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा, जबकि इससे पहले जिला अध्यक्षों और मंडलाध्यक्षों का चयन कर लिया जाएगा। ब्लॉक प्रमुख चुने जाने के बाद अब मंडल अध्यक्ष के चुनाव पर रायशुमारी के लिए 22 जनवरी से लेकर 24 जनवरी तक पार्टी पदाधिकारी सभी 300 मंडलों में जाएंगे। 

ग्रास रूट पर कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद ही मंडल अध्यक्षों के चुनाव का शेड्यूल जारी किया जाएगा। फरवरी के पहले पखवाड़े में जिला अध्यक्षों के चुनाव होंगे, जबकि अंतिम पखवाड़े में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। वहीं, पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष का सर्वसम्मति से मनोनयन भी हो सकता है। 

मौजूदा अध्यक्ष अमित शाह के मोदी कैबिनेट में शामिल होने के बाद से ही राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे जेपी नड्डा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना लगभग तय है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चाहा तो इसी तर्ज पर हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष का भी फैसला किया जा सकता है। इस तरह संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया के बीच में भी नया प्रधान हरियाणा भाजपा को मिल जाए तो कोई बड़ी बात नहीं। 

संगठन चुनाव को लेकर शुक्रवार को रोहतक में हुई बैठक में सभी जिलों के प्रभारियों, जिला चुनाव अधिकारियों व सह-चुनाव अधिकारियों से मंडल अध्यक्ष के चुनावों पर फीडबैक लिया जा चुका। अब यह दिग्गज जिलावार आम लोगों व वर्करों के बीच जाएंगे। मंडलाध्यक्षों की नियुक्ति में इन पदाधिकारियों की भूमिका अहम रहेगी।

हरियाणा भाजपा के मौजूदा प्रधान सुभाष बराला का कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रदेश के कई दिग्गज प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं। अगर प्रदेश प्रधान के लिए अधिकतम 50 साल आयु की शर्त सख्ती से लागू हुई तो इनमें से कोई भी प्रदेश अध्यक्ष नहीं बन सकेगा। हालांकि जरूरत पडऩे पर आयु सीमा में छूट का विकल्प देकर भाजपा ने सभी रास्ते खुले रखे हैं।


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Shivam

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