Haryana News: हरियाणा में जमीन कीमतों में आएगा भारी उछाल, जानिए इसके पीछे का कारण
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 12:40 PM (IST)

डेस्कः हरियाणा सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए राज्य के 10 जिलों में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित करने का फैसला किया है। इसके चलते जमीनों के भाव बढ़ जाएंगे। दरअसल, यह टाउनशिप खासतौर पर रणनीतिक स्थानों पर बनाई जाएंगी ताकि इंडस्ट्रीज को सीधे एक्सप्रेसवे और हाईवे से कनेक्ट किया जा सके। इस कदम से न सिर्फ राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि एमएसएमई (MSME) मेक इन इंडिया और लोकल टू ग्लोबल इनिशिएटिव्स को भी बूस्ट मिलेगा।
किन जिलों में बनेंगी टाउनशिप?
हरियाणा सरकार ने जिन 10 जिलों को इस योजना में शामिल किया है वे सभी भौगोलिक और इकोनॉमिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। गुरुग्राम, फरीदाबाद (ग्रेटर फरीदाबाद जेवर एयरपोर्ट के पास), हिसार (हिसार एयरपोर्ट के समीप), सिरसा, भिवानी, नारनौल, जींद, कैथल और अंबाला जिले में ये टाउनशिप बनाई जाएगी।
निवेशकों को मिलेगा डायरेक्ट बेनिफिट
दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे के किनारे बनने वाले औद्योगिक क्लस्टर में ऑटोमोबाइल टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग जैसे भारी सेक्टरों को प्रमोट किया जाएगा। इसका फायदा गुरुग्राम कैथल और जींद जैसे जिलों को मिलेगा।
नारनौल-अंबाला हाईवे
इस रूट को छोटे और मध्यम उद्योगों (SMEs) के लिए आइडियल माना गया है। यहां लोकल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स पैकेजिंग वर्कशॉप्स और ट्रांसपोर्ट-आधारित सेवाओं को प्राथमिकता मिलेगी।Haryana News
डबवाली-पानीपत हाईवे
इस रूट पर फार्मा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोकेमिकल सेक्टर को बढ़ावा देने की तैयारी है। सिरसा हिसार और भिवानी जिले इससे डायरेक्टली जुड़ेंगे।
गुरुग्राम और फरीदाबाद होंगे इंडस्ट्रियल पॉवरहाउस
गुरुग्राम और फरीदाबाद को इस पूरी रणनीति में स्पेशल फोकस दिया गया है क्योंकि यहां पहले से ही बड़ी इंडस्ट्रीज टेक कंपनियां और ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स मौजूद हैं। इन दोनों शहरों की ताकत यह है कि ये न सिर्फ दिल्ली-NCR के आसपास हैं बल्कि पूरे उत्तर भारत को जोड़ने वाले बिजनेस कॉरिडोर का हिस्सा हैं।
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