Haryana: खेलों के फर्जीवाड़े को रोकेगी हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन, अपनाएगा ये कड़ा रुख

punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 08:28 AM (IST)

डेस्कः हरियाणा में सरकारी नौकरी पाने के लिए कई लोग फर्जी खेल प्रमाण पत्र बनवा रहे थे। इस समस्या को देखते हुए हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन ने कड़ा रुख अपनाया है। संघ ने प्रदेश की सभी खेल एसोसिएशनों और जिला खेल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब किसी भी खिलाड़ी को खेल प्रमाण पत्र जारी करते समय उसकी जन्मतिथि और आधार कार्ड नंबर अनिवार्य रूप से दर्ज किए जाएंगे। साथ ही, खिलाड़ी के माता-पिता का नाम भी प्रमाण पत्र में लिखा जाएगा।

इसके अलावा, मैरिट में शामिल खिलाड़ियों के प्रमाण पत्रों की कड़ी जांच की जाएगी, और तभी उनका वितरण किया जाएगा। इस पहल से फर्जीवाड़ा करने वालों के रास्ते बंद होंगे और केवल असली खिलाड़ियों को ही इसका लाभ मिलेगा।

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ऐसा फैसला क्यों लेना पड़ा?

सरकारी नौकरियों में फर्जी खेल प्रमाण पत्रों को लेकर सरकार के पास लगातार शिकायतें आ रही थीं। इस पर तत्कालीन खेल महानिदेशक संजीव वर्मा ने जांच कराई, जिसमें 76 संदिग्ध खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट सामने आए। खेल निदेशालय की ग्रेडेशन वैरिफिकेशन कमेटी ने इन प्रमाण पत्रों को फर्जी मानते हुए रद्द करने की सिफारिश की है। हैरानी की बात यह है कि जिन खेल उप निदेशकों को ग्रेड सी और ग्रेड डी के फर्जी प्रमाण पत्र रद्द करने के आदेश दिए गए, वही अधिकारी इन फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने में भी शामिल पाए गए।

2018 से 2022 के बीच जारी किए गए थे ये प्रमाण पत्र

इन प्रमाण पत्रों के आधार पर खेल कोटे से सरकारी नौकरियां हासिल की जा रही थीं। खेल उप निदेशक मंजीत सिंह ने अंबाला, रोहतक, गुरुग्राम और हिसार के खेल उप निदेशकों को संदिग्ध सर्टिफिकेट वाले 76 खिलाड़ियों की सूची भेजी और कहा कि उनके कार्यालयों द्वारा जारी ग्रेडेशन सर्टिफिकेटों की निदेशालय की ग्रेडेशन वेरिफिकेशन कमेटी ने जांच की है। जांच में ये प्रमाण पत्र नियमों के विरुद्ध पाए गए हैं। ये सभी प्रमाण पत्र 2018 से 2022 के बीच जारी किए गए थे।

27 खिलाड़ियों के पास हैं ग्रेड-सी के फर्जी प्रमाण पत्र

खेल उप निदेशकों के अलावा खेल विभाग ने 15 जिलों के जिला खेल अधिकारियों को भी संदिग्ध प्रमाण पत्र रखने वाले खिलाड़ियों की सूची भेजी है। इन जिलों में भिवानी, चरखी दादरी, फरीदाबाद, फतेहाबाद, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, नारनौल, पलवल, पानीपत, रोहतक और सोनीपत शामिल हैं। इन 76 खिलाड़ियों में से 27 के पास ‘ग्रेड-सी’ के फर्जी प्रमाण पत्र हैं, जबकि बाकी के पास ‘ग्रेड-डी’ के प्रमाण पत्र हैं।


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Content Editor

Deepak Kumar

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