शंभू बॉर्डर पर भीड़ से उचित दूरी बनाकर रखें मीडियाकर्मी, हरियाणा के ADGP लॉ एंड ऑर्डर संजय कुमार ने पंजाब DGP को लिखा पत्र
punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2024 - 07:36 AM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की घोषणा कर चुके पंजाब के किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर तो है ही, बल्कि पिछली गलतियों और कमियों को भी इस बार हल्के में नहीं लिया जा रहा। इसे लेकर हरियाणा के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर संजय कुमार द्वारा एक पत्र पंजाब पुलिस महानिदेशक को लिखा गया है। जिसमें किसानों के जत्थे के साथ जो मीडियाकर्मी भी कवरेज इत्यादि के लिए जा रहे हैं उन्हें बॉर्डर से दूर रखने के लिए लिखा गया है। इसमें मीडिया कर्मियों की सेफ्टी का हवाला दिया गया है।
इस पत्र में कहा गया है कि मीडिया कर्मियों की मौजूदगी के कारण हरियाणा पुलिस को ला एंड ऑर्डर की स्थिति बनाए रखने में मुश्किलें आ रही है यानि किसानों पर उचित कानूनी कार्रवाई पुलिस नहीं कर पा रही। इसलिए मीडिया कर्मियों को कम से कम 1 किलोमीटर की दूरी तक अलाउड ना किया जाए ताकि पुलिस पूरी आजादी के साथ कानूनी तरीके से अपना काम कर सके। इस तनाव को कंट्रोल करने के लिए यह पत्र जारी किया गया है। साफ तौर पर अगर कहा जाए तो हरियाणा प्रशासन ने सीधे तौर पर पंजाब पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाया है।
बता दें कि किसान नेताओं के अनुसार किसानों के विरोध प्रदर्शन को 300 दिन पूरे हो गए। इस विरोध प्रदर्शन में कई बार पुलिस के साथ किसानों की झड़पें पर भी हो चुकी है। 6 तारीख को किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच में हुए तनाव के दौरान कई किसान घायल भी हुए थे, जिसे लेकर भी किसान काफी भड़के हुए हैं। उन्होंने आज दिल्ली कूच की घोषणा की हुई है, जिसे लेकर हरियाणा का प्रशासन पूरी तरह से तैयारी किए हुए है। इस जत्थे को हरियाणा में एंट्री करने नहीं दिया जाएगा। यह बात हरियाणा का प्रशासन कह चुका है, लेकिन मीडिया कर्मियों के मौके पर मौजूद रहने के कारण पुलिस खुलकर कानूनी कार्रवाई नहीं कर पा रही। इसलिए पंजाब पुलिस से सहयोग करने को लेकर यह लेटर लिखा गया है।
पिछले आंदोलन के दौरान जब पंजाब के किसान दिल्ली पहुंचे थे। उस दौरान भी कुछ मीडिया कर्मी खास तौर पर सोशल मीडिया से जुड़े लोग इनके साथ दिल्ली पहुंचे थे। उनकी कवरेज के कारण यह आंदोलन काफी उग्र रूप ले गया था। उससे सबक लेते हुए प्रशासन इस प्रकार की चूक इस बार कतई नहीं चाहता। हरियाणा पुलिस ने साफ तौर पर हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचने को लेकर किसानों की रुकावट के लिए अपनी तैयारियां पूरी की हुई है।
बिना अनुमति हरियाणा में एंट्री नहीं होगी : अनिल विज
इस मामले में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल विज का साफ कहना है कि बिना अनुमति लिए इस प्रकार के आंदोलन के लिए हरियाणा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। यह कतई जायज नहीं है। हरियाणा पुलिस इस प्रकार की जबरदस्ती को रोकने के लिए पूरी तरह से समर्थ है। इसमें पंजाब सरकार और प्रशासन को हरियाणा का सहयोग करना चाहिए।अनिल विज ने किसानों के दिल्ली कूच के संबंध में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “क्या इन्होंने (किसानों) आगे जाने की इजाजत ले ली है और बिना इजाजत के कैसे इन्हें आगे जाने दिया जा सकता है, यदि यह इजाजत लेते हैं तो ही इन्हें आगे जाने दिया जा सकता है"। विज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बेशक देश का हर कोई नागरिक दिल्ली जा सकता है, मगर आप कोई कार्यक्रम करने जा रहे हैं तो आपको पहले वहां दिल्ली में बैठने की इजाजत लेनी चाहिए, यदि किसान इजाजत लेकर नहीं जाएंगे तो यह हरियाणा में जम सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने पिछले एक साल से इन्हें (किसानों) बिठाया हुआ है। इसलिए यह पहले इजाजत लें, फिर आगे जाएं।