हरियाणा की बेटी कल्पना चावला को किया याद, बचपन के स्कूल में दी श्रद्धांजलि(VIDEO)

punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2020 - 04:39 PM (IST)

करनाल (केसी आर्या) : हरियाणा के जिले करनाल की बेटी कल्पना जो 1982 में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सस से एयरोस्पेस इंजिनियरिंग में मास्टर्स डिग्री ली और अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय बनी। ये वहीं कल्पना हैं जो 2003 में आज के ही दिन घटी घटना में मारी गई थी। हम बात कर रहे हैं एस्ट्रॉनाट कल्पना चावला की। आज कल्पना को उनकी पुण्यतिथि पर उनके बचपन के स्कूल में याद किया गया।

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करनाल की बेटी और अन्तरिक्ष परी कल्पना चावला की आज 17 वीं पुण्यतिथि के मौके पर सेक्टर-6 में स्थित टैगोर स्कूल में मनाई गई जहां पर हर साल उनकी पुण्यतिथि मनाई जाती है और बच्चों को कल्पना चावला आवार्ड से सम्मानित किया जाता है। ताकि उनका प्रोत्साहन बड़े और वह भी कल्पना चावला जी के नक्शे कदमों पर चले। स्कूल में पड़ रही दस स्कूली होनहार छात्राओं को 25 -25 हजार रूपये के चेक देकर कल्पना चावला एक्सीलेंस आवार्ड से सम्मानित भी किया गया। वहीं बच्चों का भी कहना है कि हम भी कल्पना चावला जी के दिखाए हुए राह पर चलेंगे और अपने देश और अपने माता- पिता के साथ-साथ अपने शहर का भी नाम रोशन करेंगें। 

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बता दें कि कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 में करनाल में हुआ था, कल्पना चावला का बचपन का नाम मोंटू था और तीन साल की उम्र में कल्पना नाम रखा गया। एक फ़रवरी 2003 को  कोलम्बिया स्पेस शेटल वापिसी लोटते वक्त स्पेस शटल में आग लग जाने के कारण शेटल में सवार कल्पना चावला समेत सभी सात एस्ट्रॉनॉट मारे गए थे। 

कल्पना चावला अपने साथियों के साथ अपने अंतरिक्ष मिशन से वापिस धरती पर लोट रही थी जिस में धरती पर आने से 16 मिनट पहले ही उस के यान कोलम्बिया में आग लग गई थी और यान में सभी अन्तरिक्ष में गए कल्पना चावला और दूसरे साथी अपने मिशन को अधुरा छोड़ कर उस हादसे का शिकार हो गए। जिस के बाद करनाल की बेटी कल्पना चावला को सभी देश वासी भुला नहीं पाए और आज के दिन हर साल की तरह कल्पना करनाल के जिस टैगोर स्कूल में पड़ती थी वहां स्कूली बच्चों द्वारा कल्पना को हर साल श्रद्धांजलि दी जाती है।

 


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Isha

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