हरियाणा में मिलेगा एयरो एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा, हवाई डुबकियां लगा सकेंगे पर्यटक
punjabkesari.in Friday, Sep 28, 2018 - 05:09 PM (IST)

चंडीगढ़ (ब्यूरो): प्रदेश सरकार टूरिस्टों का ध्यान हरियाणा की ओर खींचना चाहती है। लगभग आठ वर्ष पहले बने महेंन्द्रगढ़ जिले के नारनौल एयरफील्ड का विकास एयरो एडवेंचर गतिविधियों के लिए एक केंद्र के रूप में विकसित कर रही है। पर्यटक यहां पैराग्लाइडिंग, पैरासेलिंग, स्काइडाइविंग और हॉट-एयर बैलूनिंग का लुत्फ उठा सकेंगे। एयरफील्ड के विकास के लिए निजी ऑपरेटरों को हवाई जहाज के चारों ओर एयरो एडवेंचर को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित करने की योजना है।
हरियाणा के नागरिक उड्डयन सलाहकार अशोक सांगवान ने कहा कि राज्य सरकार टूर ऑपरेटर को निश्चित रूप से तीन महीने तक की अवधि के लिए सभी आवश्यक बुनियादी ढांचे प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, "हमारे पास नारनौल एयरफील्ड में एक 3,000 फुट लंबी हवाई पट्टी, एक बड़ा हैंगर और अन्य आवश्यक बुनियादी ढांचा है।"
उन्होंने कहा, "हम एयरो-मॉडलिंग, पैराग्लाइडिंग, पैरासेलिंग, स्काइडाइविंग और हॉट-एयर बैलूनिंग पेश करके एयरो एडवेंचर गतिविधियों को बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं। इसलिए, हम निजी विशेषज्ञता वाले निजी और विदेशी खिलाडिय़ों को आमंत्रित करेंगे।"
सांगवान ने कहा कि करीब आठ साल पहले एयरपोर्ट पर कुछ एयरो स्पोर्टस गतिविधियां हुईं, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया। संचालन के शुरू होने के लिए डीजीसीए की ताजा मंजूरी की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि यह स्थान राष्ट्रीय राजधानी का दौरा करने वाले पर्यटकों को आकर्षित करेगा। दिल्ली के उत्तर में, यह एयरो एडवेंचर गतिविधियों के लिए अद्वितीय केंद्रों में से एक होगा, जो न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि रोजगार क्षमता भी बढ़ाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य प्रशिक्षण स्कूलों में विमानन बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करने के प्रयास भी कर रहा है। वर्तमान में, हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल एविएशन में करनाल, पिंजौर और हिसार में तीन कार्यात्मक उड़ान प्रशिक्षण स्कूल हैं। उन्होंने कहा "हम कॉमर्शियल पायलटों को प्रशिक्षण देने और मौजूदा पेशेवरों के कौशल को अपग्रेड करने के लिए निजी ऑपरेटरों से प्रस्ताव के लिए अनुरोध आमंत्रित करने की योजना बना रहे हैं।"