अल्ट्रासाउंड की आड़ में चल रहा था ये गोरखधंधा, पुलिस ने बरामद किए 84 भ्रूण

punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 08:44 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): अल्ट्रासाउंड मशीन की अनुमति लेकर अवैध रूप से आईवीएफ सेंटर चलाए जाने का स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भंडाफोड़ किया है। हैरत की बात यह है कि गुड़गांव के पॉश एरिया सुशांत लोक में चल रहे इस अवैध आईवीएफ सेंटर का स्वास्थ्य विभाग को एक साल बाद पता लगा है। मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यहां से 84 भ्रूण बरामद किए हैं जिन्हें दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। सेक्टर-29 थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर आधा दर्जन से अधिक लोगों को नामजद करते हुए केस दर्ज कर लिया है। सेक्टर-29 थाना प्रभारी के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें। 

 

पुलिस के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवैध रूप से आईवीएफ सेंटर चलाए जाने की जानकारी मिली थी। इस पर डॉ रितु नांदल के नेतृत्व में टीम गठित कर सुशांत लोक फेज-1 के बताए गए स्थान पर भेजी गई तो यहां फर्टिलिटी ट्रयू सेंटर के नाम से आइ्रवीएफ क्लीनिक चल रहा था। यहां जांच की गई तो आईवीएफ सेंटर की संचालक मंजू शर्मा मौके पर मौजूद मिली। जांच के दौरान इस क्लीनिक में 84 भ्रूण मिले। पूछताछ में सेंटर संचालिका कोई विभागीय अनुमति नहीं दिखा पाई। पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि यह सेंटर करीब एक साल से यहां चलाया जा रहा है। इस सेंटर में लगी अल्ट्रासाउंड मशीन को संचालित करने के लिए ही विभाग से अनुमति ली गई थी, लेकिन इसकी आड़ में यहां आईवीएफ सेंटर चलाया जाने लगा। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यहां मिले 84 भ्रूण को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया। 

 

अधिकारियों की मानें तो यहां टंकुज कुमार, खुशबू, अंजलि, सोनू, रजनी, किरण, मुस्कान, लक्ष्मी, महक, रूमा खातुन,अनूप काम कर रहे थे जो इस आईवीएफ सेंटर में भ्रूण की देखरेख कर रहे थे। ऐसे में डॉ रितु नांदल ने सेक्टर-29 थाना पुलिस को शिकायत दी। शिकायत पर पुलिस ने एशिष्ट रिप्रोडेक्टिव टेक्नोलोजी एक्ट 2021 की धारा 15(1), 21, 22, 23, 24, 33, 34, 37 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Pawan Kumar Sethi

Related News

static