रिटायर होते ही IAS अशोक खेमका ने किससे मांगी माफी, सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल
punjabkesari.in Thursday, May 01, 2025 - 09:43 AM (IST)

हरियाणा डेस्क : हरियाणा के चर्चित आई. ए. एस. अधिकारी डा. अशोक खेमका बुधवार को सेवानिवृत्त हो गए। खेमका एक ऐसे अफसर रहे हैं जिनका 34 साल की सर्विस में 57 बार ट्रांसफर हुआ है। अशोक खेमका ने रिटायर होते ही सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर माफी मांगी। उनकी यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
आज मेरा IAS करियर पूरा हुआ। अपने परिवार, सहकर्मियों और सभी शुभचिंतकों का शुक्रिया, जिनके अटूट समर्थन के बिना यह सफ़र संभव नहीं हो पाता। अगर इस सफ़र के दौरान मेरी वजह से किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं माफ़ी चाहता हूँ।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) April 30, 2025
उन्होंने पोस्ट शेयर कर कहा कि आज मेरा IAS करियर पूरा हुआ। अपने परिवार, सहकर्मियों और सभी शुभचिंतकों का शुक्रिया, जिनके अटूट समर्थन के बिना यह सफ़र संभव नहीं हो पाता। अगर इस सफ़र के दौरान मेरी वजह से किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं माफ़ी चाहता हूँ।
भाजपा की सरकार में भी खेमका ज्यादातर खुड्डेलाइन पोस्टिंग में ही रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में भाजपा की तीसरी बार सरकार बनने पर उन्हें परिवहन मंत्री अनिल विज के परिवहन महकमे में बतौर अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर तैनाती मिली। विज और खेमका के बीच बेहतर संबंध रहे हैं। यही वजह रही कि खेमका को विज के महकमे में नियुक्त किया गया। अब वह परिवहन विभाग से ही सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
गौरतलब है कि वर्ष 1991 बैच के आई.ए. एस. अशोक खेमका कोलकाता के रहने वाले हैं। उनका जन्म 30 अप्रैल, 1965 को हुआ था। उन्होंने आई. आई. टी. खड़गपुर से कम्प्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च से कम्प्यूटर साइंस में पीएच.डी. व बिजनैस एडमिनिस्ट्रेशन और फाइनेंस में एम.बी.ए. किया है। सिविल सेवा में आने से पहले उन्होंने आई.आई.टी. खड़गपुर में कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में टॉप किया था। खेमका ने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री भी हासिल की है। खेमका अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं, जो अक्सर भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई के लिए देखी जाती है।
वाड्रा-डी.एल.एफ. लैंड डील को रद्द कर सुर्खियों में आए थे
साल 2012 में अशोक खेमका उस समय सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े एक जमीन के सौदे के म्यूटेशन को रद्द कर दिया था। इसके बाद वर्ष 2014 में भाजपा की पहली सरकार में जब वह परिवहन आयुक्त थे, तब उन्होंने बड़े वाहनों को फिटनैस सर्टीफिकेट देने से मना कर दिया था, जिसको लेकर ट्रक चालकों की हड़ताल भी हुई थी। साल 2023 में खेमका एक बार फिर उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर सतर्कता विभाग में तैनाती की मांग की थी। उन्होंने यह भी लिखा था कि यह सेवा के अंत में भ्रष्टाचार के खिलाफ असली लड़ाई लड़ना चाहते हैं। खेमका का हरियाणा के एक आई.ए.एस. संजीव वर्मा के साथ लड़ाई अफसरशाही में चर्चा का विषय बनी रही। दोनों आई.ए.एस. के बीच यह विवाद पुलिस तक पहुंच गया था। हरियाणा के इन दोनों सीनियर आई.ए.एस. ने एक दूसरे के खिलाफ आरोप लगाए थे। इसके बाद हरियाणा सरकार की ओर से तत्कालीन मुख्य सचिव टी वी एस एन प्रसादकी ओर से एक दूसरे के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने के निर्देश दिए गए थे। सरकार की ओर से इसको लेकर ऑर्डर भी जारी किए गए थे।
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