करनाल लाठीचार्ज: किसान पंचायत में लिए गए तीन फैसले, सरकार को दिया अल्टीमेटम
punjabkesari.in Monday, Aug 30, 2021 - 05:10 PM (IST)

करनाल (विकास मैहला): करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसको लेकर आज घरौंडा में किसानों की पंचायत में हुई। इस पंचायत के दौरान तीन फैसले लिए गए। फैसलों को लेकर जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि लाठीचार्ज के लिए दोषी अफसरों पर मामला दर्ज हो। इसके लिए सरकार को 6 सितंबर तक वक्त दिया है। अगर सरकार नहीं मानी तो 7 को करनाल में बड़ी पंचायत होगी। जिसके बाद मार्केट कमेटी का घेराव करेंगे।
चढूनी ने कहा कि लाठीचार्ज के बाद मृतक किसान के परिवार को 25 लाख का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही जो किसान घायल हुए हैं उन्हें 2-2 लाख का मुआवजा मिले। उन्होंने कहा कि सभी हरियाणा किसान संगठन इकट्ठे होकर संयुक्त किसान मोर्चा के आगे अपनी बात रखेंगे। अगर हमारी बात नहीं सुनी जाती तो सभी किसान संगठन दोबारा एक मीटिंग करके फैसला लेंगे।
इसके साथ चढूनी ने कहा कि वह रायपुर जाटान के जिस किसान की मौत हुई है उसके घर गए थे, वहां के हालात बता रहे हैं उनकी मौत लाठीचार्ज से हुई है। कानून टांगों से नीचे लाठियां मारने का है पर ये सिर पर लाठियां मार रहे हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि एसडीएम पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला को किसी से इजाजत लेने की ज़रूरत थोडी ना है जो कार्रवाई करनी है वो तुरंत कर दें। वहीं जो किसान कस्सी लेकर पुलिस जवानों के पीछे भाग रहा है उस पर गुरनाम ने कहा किसान पुलिस वालों से 25 फुट दूर है। कस्सी उसके हाथ में जरुर है, लेकिन वह पुलिस वालों के नजदीक नहीं है। उसने पुलिस वालों को मारने की कोशिश नहीं की।
वहीं किसान नेता अभिमन्यू कुमार ने कहा एसडीएम को जेल भेजा जाए। पूरा करनाल प्रशासन बर्खास्त होना चाहिए। सीएम मनोहर लाल को पूरे देश के किसानों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने किसानों से अपील की कि आंदोलन को शांति पूर्वक तरीके से आगे बढ़ाते रहना। ये आंदोलन किसी नेता व यूनियन का होने से पहले 80 करोड़ किसानों का ही रहना चाहिए।
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