हरियाणा में दादा, नाना बन चुके अभिभावकों ने दिया Exam, इस खास योजना के तहत दी परीक्षा
punjabkesari.in Sunday, Mar 30, 2025 - 06:30 PM (IST)

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): केंद्र व हरियाणा सरकार की उल्लास योजना के तहत अब ऐसे अभिभावकों को साक्षर किया जा रहा है जो कभी स्कूल गए ही नहीं। इस योजना ना के तहत आज हरियाणा के विभिन्न परीक्षा केदो पर हजारों अभिभावकों ने परीक्षा दी। मजेदार बात यह है कि इसकी तैयारी इन अभिभावकों के बच्चों ने करवाई है, जिसको लेकर अभिभावकों में काफी उल्लास देखा गया।
हरियाणा के अन्य जिलों की तरह यमुनानगर में भी उल्लास कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को साक्षर बनाने के लिए विशेष परीक्षा आयोजित की गई। यमुनानगर में 127 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिन में 70 से 80 वर्ष तक के अभिभावकों ने भी परीक्षा दी। जो इस समय दादा, नाना बन चुके हैं। परीक्षा को लेकर इन अभिभावकों में काफी उत्साह और उल्लास देखा गया।
कार्यक्रम के जिला समन्वयक संजय कंबोज ने बताया कि केंद्र सरकार की हरियाणा सरकार से मिलकर इस योजना के तहत अभिभावकों का सर्वे करने के बाद उन को रजिस्टर्ड किया गया है, जिसके तहत इन अभिभावकों की परीक्षा ली गई। उन्होंने बताया कि यमुनानगर जिला में 20000 अभिभावकों ने इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है, जहां 127 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कैंप की प्रिंसिपल उषा नागी ने बताया कि इस परीक्षा में ऐसे अभिभावक बैठे हैं जो कभी स्कूल नहीं गए। उन्होंने बताया कि उनके केंद्र में 350 अभिभावकों ने परीक्षा दी है। केंद्र सरकार की इस अनूठी योजना के तहत 15 वर्ष से अधिक आयु के सभी निरक्षर लोग साक्षर बनाए जाने हैं। जिसके लिए उनका पंजीकरण किया जा रहा है और उसके बाद उनकी परीक्षा ली जाएगी, ताकि देश में कोई भी अनपढ़ ना रहे।