बस पास की रसीद होने के बावजूद छात्राओं के साथ निजी बस में अभद्रता, वीडियो वायरल (देखें VIDEO)

punjabkesari.in Friday, Dec 11, 2020 - 09:51 PM (IST)

जींद (अनिल कुमार): सरकार की ओर से चलाए जा रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की धरातल पर वास्तविकता कुछ और ही है। बेटियों को पढ़ाई में आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा बस में पास सुविधा दी जाती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां शहर में आकर अच्छे शिक्षण संस्थान में पढ़ सके। इसके बावजूद प्राइवेट बस में यात्रा करने वाली छात्राओं के साथ परिचालक अभद्र व्यवहार करते हैं।

सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो में गोहाना रूट पर चलने वाली निजी बस का कंडक्टर छात्राओं द्वारा बस पास की रसीद दिखाने के बावजूद टिकट के पैसे मांग रहा है। टिकट नहीं लेने पर उन्हें उतारने की धमकी दे रहा है। इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की जांच करवाएंगे। गौरतलब है कि स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं की सुविधा के लिए बस पास बनाए जाते हैं। कोरोना संक्रमण के बीच एक महीने पहले कॉलेज शुरू हुए हैं। कॉलेज प्रबंधन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं के नाम मांगे गए थे, जिन्हें घर से कॉलेज आने में बस पास की जरूरत पड़ती है। 
 


इच्छुक छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन के पास अपने नाम जमा करवा दिए थे। वहीं कॉलेज प्रबंधन द्वारा बस पास बनाने के लिए सूची रोडवेज जींद डिपो के पास भेजी थी। पास बनने में एक माह का समय लगता है। जब तक छात्राओं को पास रसीद दी जाती है, जिसके तहत छात्रा यात्रा कर सकती है। लेकिन प्राइवेट बस में परिचालन छात्राओं के पास बस पास की स्लिप होने के बावजूद टिकट के नाम पर पैसे मांगते हैं। पैसे नहीं देने पर छात्राओं को बीच रास्ते उतारने की धमकी दी जाती है।

एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रही है तो वही दूसरी तरफ जींद से एक वीडियो वायरल होता है जिसमें बस के कंडक्टर के खिलाफ कॉलेज की छात्रा आरोप लगाती है और बस में कंडक्टर और लड़कियों में विवाद बढ़ जाता है। लड़कियों ने आरोप लगाया है कि प्राइवेट बसों में लड़कियों के साथ बदसलूकी होती है। जिसकी शिकायत प्रिंसीपल मेडम को भी की गई लेकिन लड़कियों के साथ बसों में अभद्र घटनाये रुक नहीं रही है और वहीं छात्रा ने बताया कि कंडक्टर शराब का नशा भी किए हुए था। 

बस पास स्लिप पर फोटो नहीं होती। कई बार जीरो बैलेंस की स्लिप छात्राएं अपने ऐसे साथी छात्रा को दे देती हैं, जो अकादमी में पढ़ने आती हैं। वह पास स्लिप दिखाते समय आपस में स्लिप बदल लेती हैं। जिसका जीरो बैलेंस का पास नहीं हो होता है। वह अपने साथी छात्रा की स्लिप दिखाकर बिना टिकट के चली जाती हैं।

 

 


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vinod kumar

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