परमाणु ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है भारत: मनोहर लाल

punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 08:30 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर थर्मल आधारित बिजली परियोजनाओं को लेकर गंभीरता से कदम उठा रहे हैं तो भविष्य में ऊर्जा की खपत को देखते हुए सौर ऊर्जा की नई परियोजनाओं को भी तेजी से लागू कर रहे हैं। इसके अलावा वे परमाणु आधारित बिजली को लेकर भी लगातार नई योजनाएं लागू कर रहे हैं। इस कड़ी में परमाणु ऊर्जा वृद्धि को बढ़ाने के लिए दिल्ली में एक बैठक की अध्यक्षता भी केंद्रीय ऊर्जा मंत्री खट्टर ने की। 

बैठक के बाद केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने फेसबुक पर लिखा कि ‘भारत की परमाणु ऊर्जा को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। 2047 तक 100 गीगावॉट ऊर्जा प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ, हमने अभिनव रणनीतियों पर चर्चा की और इस क्षेत्र में प्रमुख चुनौतियों को पार करने का संकल्प लिया। परमाणु ऊर्जा आने वाले वर्षों में भारत की ऊर्जा सुरक्षा की आधारशिला साबित होगी और आज भारत तेजी से परमाणु ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है।’ इसके साथ ही ऊर्जा मंत्रालय की ओर से ऊर्जा के सदुपयोग को लेकर भी विभिन्न मंचों पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत आम लोगों को यह बताया जा रहा है कि एल.ई.डी. बल्ब के जरिए खपत कम की जा सकती है तो वहीं इन गर्मियों के मौसम में यदि फाइव स्टार ए.सी. का प्रयोग किया जाए और तापमान 24 डिग्री पर सैट कर दिया जाए तो बिजली की खपत काफी कम हो सकती है ।

परमाणु क्षमता को 2032 तक 20 गीगावाट तक  बढ़ाने का है लक्ष्य

उल्लेखनीय है कि सरकार ने इस वर्ष अपने संघीय बजट में निजी कम्पनियों के साथ सांझेदारी करके छोटे परमाणु रिएक्टर विकसित करने का प्रस्ताव रखा था, ताकि कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन न करने वाले स्रोतों से बिजली की मात्रा बढ़ाई जा सके। खुद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल का मानना है कि राज्यों को उन स्थानों पर परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर विचार करना चाहिए, जहां कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्रों ने अपना जीवनकाल पूरा कर लिया है। देश की वर्तमान परमाणु क्षमता लगभग 8 गीगावाट है तथा उसका लक्ष्य 2032 तक इसे 20 गीगावाट तक बढ़ाना है। 

मनोहर लाल का कहना है कि राज्य अपनी विद्युत उपयोगिताओं की पहचान करें और उन्हें देश के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध करें, ताकि विद्युत क्षेत्र में बढ़ती निवेश की मांग को पूरा किया जा सके, साथ ही अधिक नवीकरणीय क्षमता जोडऩे के लिए पारेषण प्रणाली में सुधार किया जा सके। भारत ने 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने का संकल्प लिया है तथा 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य रखा गया है। विकसित भारत- ऊर्जावान हरियाणा! वहीं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल का कहना है कि 14 अप्रैल को भी हरियाणा के लिए ऐतिहासिक दिन रहा। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिसार में एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के अलावा यमुनानगर में भी दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट की 800 मैगावाट की आधुनिक थर्मल पावर इकाई तथा प्रदेश के पहले सी.बी.जी. प्लांट का भी शिलान्यास करके प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का भी संकल्प रखा।

2027 तक हरियाणा को भी मिल जाएगा पहला परमाणु बिजली तापघर

विशेष बात यह है कि 2027 तक हरियाणा को भी अपना पहला परमाणु बिजली तापघर मिल जाएगा। फतेहाबाद के गोरखपुर में 1400 एकड़ में परमाणु बिजली तापघर बनना है। इस पर करीब 20 हजार 594 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसका पहला चरण इसी साल के अंत में पूरा हो जाएगा जबकि 2027 तक दूसरा चरण पूरा हो जाएगा। इस परमाणु बिजली तापघर की क्षमता 2800 मैगावाट है। यहां पर 700 मैगावाट की चार इकाइयों का निर्माण किया जाएगा। इसी तरह से वर्तमान में तीन और परमाणु बिजली तापघर  बनाए जा रहे हैं। राजस्थान के रावतभाटा में 1400 मैगावाट क्षमता की दो इकाइयों का निर्माण चल रहा है। ऐसे ही तमिलनाडू के कुडनकुलम में 1000-1000 क्षमता की चार इकाइयों का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। गौरतलब है कि आज भारत परमाणु ऊर्जा में एक बड़ी शक्ति बनकर उभरा है।

केंद्रीय मंत्री खट्टर ने उड़ीसा के उपमुख्यमंत्री से की मुलाकात

इसी प्रकार से केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने मंगलवार को उड़ीसा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव से शिष्टाचार भेंट करने के बाद सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि ‘उड़ीसा के उप-मुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव जी से भेंट कर प्रदेश के महत्वपूर्ण ऊर्जा संबंधी विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श कर ऊर्जा मंत्रालय द्वारा हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। ऐसे ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार से मुलाकात के बाद उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि ‘केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री बंदी संजय कुमार से भेंट कर उनके संसदीय क्षेत्र करीमनगर में चल रहे महत्वपूर्ण ऊर्जा एवं शहरी विकास के मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श हुआ।’


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Content Writer

Yakeen Kumar

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