ब्राह्मण के आशीर्वाद बिना सत्ता हासिल करना संभव नहीं : शर्मा
punjabkesari.in Saturday, Jan 06, 2024 - 08:21 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): आगामी चुनावों को देखते हुए प्रत्याशी अपने अपने स्तर पर टिकट की होड़ में नजर आने लगे हैं, वहीं सामाजिक संगठन भी पार्टियों पर अपने समाज के लोगों को टिकट देने की रणनीति के तहत एक मजबूत दावेदारी पेश करने लगे हैं। ब्राह्मण खाप ने भी इस प्रकार का एक दावा पेश किया है। खाप के अध्यक्ष अशोक शर्मा ने बातचीत के दौरान साफ किया कि ब्राह्मण इस बार उसी राजनीतिक दल को सपोर्ट करेगा जो ब्राह्मण समाज को उचित राजनीतिक भागीदारी देगा। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण खाप फिलहाल राजनीतिक तौर पर एक विश्लेषण कर रही है कि 2019 में किस पार्टी ने ब्राह्मण को सबसे अधिक हिस्सेदारी दी थी। किस पार्टी ने ब्राह्मण के मान सम्मान को समझा था, इसे लेकर समीक्षा की जा रही है। इस बार जो भी पार्टी ब्राह्मण को अधिक से अधिक टिकट देगी उसे ही सत्ता हासिल होगी यह दावा करते हुए ब्राह्मण खाप के अध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा कि 15 फ़ीसदी से भी अधिक ब्राह्मण आबादी वाले हरियाणा प्रदेश में लोकसभा की तीन और विधानसभा की 18 सीटों पर ब्राह्मण समाज की भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बार यह तय है कि ब्राह्मण के आशीर्वाद और समर्थन के बाद ही कोई भी दल सत्ता में आ पाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव की नजदीकियों के वक्त ब्राह्मण खाप सभी राजनीतिक दलों को अपने-अपने प्रतिनिधित्व को लेकर एक पत्र भी लिखेगी और जो भी पार्टी समाज का सम्मान का ध्यान रखेगी ब्राह्मण समुदाय उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होगा और उसे आशीर्वाद देकर सत्ता हासिल करवाएगा।
जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए आगे आएगी खाप : शर्मा
इसके साथ-साथ ब्राह्मण खाप के अध्यक्ष अशोक शर्मा ने 1931 से भंग पड़ी ब्राह्मण रेजीमेंट के पुनः गठन की अपील केंद्र सरकार से की है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर ब्राह्मण खाप एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाएगी। प्रदेश भर से 1 लाख हस्ताक्षर करवा कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजने का काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुराने लंबे में एक समय तक ब्राह्मण रेजीमेंट रही। 1776 में बंगाल रेजीमेंट से इसकक गठन किया गया, लेकिन स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणीय भूमिका ब्राह्मण की देखने तथा क्रांतिकारियों में सबसे बड़ी आबादी ब्राह्मण की होने के कारण अंग्रेजी हुकूमत ब्राह्मणों से काफी डर गयी थी, जिस कारण 1931 में ब्राह्मण रेजीमेंट को भंग कर दिया गया था।। इसलिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसके दोबारा गठन करने की अपील खाप करेगी। साथ ही शर्मा ने बताया कि आज ब्राह्मण समुदाय के लड़के लड़कियों को शादी विवाह के लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिसे लेकर खाप एक मैट्रिमोनियल साइट तैयार करने जा रही है। जिसमें समाज के लड़के लड़कियों का डाटा अपलोड किया जाएगा ताकि शादी में ब्राह्मण बच्चों को दिक्कतें ना आए। साथ ही ब्राह्मण कोष की स्थापना जल्द ही खाप कर देगी। जरूरतमंद परिवार के बच्चों की शादी, मेधावी छात्रों की पढ़ाई व अन्य किसी भी प्रकार की जरूरत के वक्त अपने समाज के लोगों को आगे बढ़ाने के लिए खाप कार्य करती रहेगी। जहां-जहां समाज के लोगों को मदद की आवश्यकता होगी खाप आगे आएगी।