जवाहर यादव को BJP में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी, प्रधान महासचिव पद को लेकर लग रही अटकलें
punjabkesari.in Sunday, Dec 03, 2023 - 01:09 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के ओएसडी जवाहर यादव के बीते दिनों अचानक इस्तीफा देने के बाद प्रदेश की सियासत में नई हलचल पैदा हो गई है। जवाहर यादव को लेकर राजनीतिक गलियारों में तमाम तरीके की अटकलें लगाई जा रही हैं। पुख्ता सूत्रों की मानें तो जवाहर यादव को जल्द ही संगठन में बड़े पद पर बैठाया जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो जवाहर यादव जल्द ही हरियाणा भाजपा के प्रधान महासचिव बनाए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री के विश्वासपात्रों में से एक जवाहर यादव लंबे समय से गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहे हैं। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में आखिरी वक्त पर जवाहर यादव की जगह किसी अन्य को टिकट मिली थी। लेकिन उसके बावजूद यादव भाजपा में निष्ठा से जुड़े रहे और सरकार से लेकर संगठन के कामों में मुख्यमंत्री और पार्टी का हाथ बटाते रहे। कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी को भाजपा का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद जवाहर यादव का पार्टी में अप्रत्यक्ष रूप से कद बढ़ गया।
जवाहर यादव की चुनावी मैदान में कूदने की इच्छा 2014 से अधूरी है। कया अब मुख्यमंत्री पुरी करेंगे?
अहिरवाल बेल्ट के सबसे अहम जिले गुरुग्राम के बादशाहपुर से जवाहर यादव 2024 के विधानसभा चुनाव में अपनी किस्तम आजमाने के लिए कमर कस चुके हैं। सूत्रों की मानें तो पार्टी आलाकमान का आशीर्वाद भी उन्हें मिल चुका है। जवाहर यादव अपनी ग्राउंड भी लगातार मजबूत करते जा रहे हैं। विधानसभा टिकट और जवाहर यादव के बीच केवल एक बाधा हैं सांसद राव इंद्रजीत सिंह। माना जा रहा है कि राव इंद्रजीत की सहमति न मिल पाने के कारण ही दो बार यादव को टिकट नहीं मिली। लेकिन अबकी बार यादव ने इस बाधा को भी दूर करने का तरीका खोज लिया। 10 माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में जवाहर यादव को टिकट मिलता है या नहीं ये तो भविष्य में तय होगा, लेकिन अहिरवाल क्षेत्र में उनकी बढ़ सक्रियता कहीं न कहीं उनके विरोधियों को विचलित जरूर कर रही है।
गौरतलब है कि हरियाणा भाजपा में अभी तीन पद महासचिव के हैं। इन तीन महासचिवों में से एक की छुट्टी हो सकती है। जिसकी जगह जवाहर यादव को नियुक्त किया जा सकता है।